DNA: 16 महीनों के बारूदी युद्ध ने पूरी गाजा पट्टी को मलबे का ढेर बना दिया है. इस बीच राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ऐलान किया है कि अमेरिका गाजा पट्टी पर शासन के लिए तैयार है. आखिर अचानक गाजा पट्टी में ट्रंप की दिलचस्पी क्यों बढ़ी. ट्रंप जमीन के इस टुकड़े पर क्या-क्या करेंगे.
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DNA: अमेरिका ने एक ऐसी घोषणा की है, जिसने पूरी दुनिया को चौंका दिया है. राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गाजा पट्टी को निशाने पर लेते हुए ऐलान किया है कि अमेरिका गाजा पट्टी पर शासन के लिए तैयार है. ऐसे में सवाल है कि जिस गाजा में मिस्र और जॉर्डन जैसे मुस्लिम देश नहीं आना चाहते. जिन फिलिस्तीनियों को कोई शरण नहीं देना चाहता. आखिर उस गाजा पट्टी में ट्रंप की क्या दिलचस्पी है? गाजा को चलाने के इस प्लान के पीछे ट्रंप का मकसद क्या है? आइए जानते हैं
16 महीनों के बारूदी युद्ध ने पूरी गाजा पट्टी को मलबे का ढेर बना दिया है. गाजा पट्टी में दूर दूर तक कोई इमारत खड़ी नजर नहीं आती. नजर आती हैं तो सिर्फ तंबुओं की लंबी-लंबी लाइन. इसी वजह से ट्रंप की गाजा फाइल्स को लेकर सवाल पूछा जा रहा है.
ट्रंप के चार प्लान
सबसे पहले समझिए अगर गाजा पट्टी का प्रशासन हाथ में आया तो ट्रंप जमीन के इस टुकड़े पर क्या-क्या करेंगे. ट्रंप के प्लान में सबसे ऊपर है विस्थापित फिलिस्तीनियों के एक हिस्से को मिस्र और जॉर्डन भेजना. ट्रंप के प्लान का दूसरा फेज है गाजा में बिछाई गई जमीनी सुरंगों को हटाना और ट्रंप के प्लान का तीसरा हिस्सा है गाजा का मलबा हटाकर दोबारा इमारतें बनाना और चौथा हिस्सा है गाजा पट्टी से हमास का नामो निशान मिटाना.
अमेरिका का ये है वो मकसद है जो ट्रंप ने दुनिया को बताया है. लेकिन क्या यही ट्रंप की गाजा फाइल्स की असलियत है या ट्रंप का प्लान कुछ और है. अगर गाजा में अमेरिकी फौज आ जाएगी तो इससे अमेरिका के दो हित सीधे तौर पर सध जाएंगे.
ईरान के टेंशन में हुआ इजाफा
एक तरफ इजरायल की मदद के लिए अमेरिका की सामरिक मौजूदगी इजरायली बॉर्डर पर ही बन जाएगी. दूसरी तरफ गाजा में अमेरिका की सैन्य मौजूदगी खाड़ी में अमेरिका के मित्र देशों को सुरक्षा देगी. ये दोनों हित साधने से सबसे बड़ी परेशानी होगी अमेरिका के धुर विरोधी ईरान को, जिसके लिए इजरायल समेत सऊदी अरब और जॉर्डन जैसे अमेरिका के मित्र देशों के खिलाफ किसी भी किस्म का दबाव बनाना मुश्किल हो जाएगा. यही वजह है कि ट्रंप का ऐलान होते ही इजरायल ने इस किस्म की तैनाती का फौरन स्वागत किया.
ट्रंप ने गाजा में इस वजह से खोला मोर्चा
डोनाल्ड ट्रंप गाजा में सैन्य तैनाती के जरिए अमेरिका को उस झटके से उबार सकते हैं जो सीरिया में लगा है. सीरिया में हयात तहरीर अल शाम के कब्जे के बाद इस क्षेत्र में तुर्की का दबाव बढ़ गया है और अमेरिकी फौज को पीछे हटना पड़ा है.
गाजा पट्टी और जॉर्डन के सीमावर्ती इलाकों के जरिए डोनाल्ड ट्रंप एक ऐसा मोर्चा खोल सकते हैं, जो तुर्की से समर्थित हयात तहरीर अल शाम को आगे बढ़ने से रोक सकता है. डोनाल्ड ट्रंप का गाजा प्लान अगर हकीकत में बदल गया तो ये ना सिर्फ गाजा, बल्कि पूरे अरब जगत की दशा और दिशा बदलकर रख देगा.