ट्रंप के ऑफर से हो गए मालामाल... अमेरिका में 40 हजार लोगों ने अचानक छोड़ी सरकारी नौकरी
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ट्रंप के ऑफर से हो गए मालामाल... अमेरिका में 40 हजार लोगों ने अचानक छोड़ी सरकारी नौकरी

Donald Trump Offer: यह फैसला ट्रंप प्रशासन के ब्यूरोक्रेसी सुधार अभियान के तहत लिया गया है. जिसे सरकार की कार्यक्षमता बढ़ाने की दिशा में एक कदम बताया जा रहा है. इस योजना के पीछे एलन मस्क का दिमाग बताया जा रहा है. जो इस समय ट्रंप के डिपार्टमेंट ऑफ गवर्नमेंट एफिशिएंसी का नेतृत्व कर रहे हैं.

ट्रंप के ऑफर से हो गए मालामाल... अमेरिका में 40 हजार लोगों ने अचानक छोड़ी सरकारी नौकरी

Ameican Employees Resign: डोनाल्ड ट्रंप के आते ही अमेरिका इन दिनों उथल-पुथल के दौर से गुजर रहा है. इसी कड़ी में उनके एक बड़े फैसले के चलते करीब 40 हजार सरकारी कर्मचारियों ने अचानक सरकारी नौकरी से इस्तीफा दे दिया है. यह इस्तीफे ट्रंप द्वारा दिए गए विशेष पैकेज के तहत आए हैं जिसमें नौकरी छोड़ने वाले कर्मचारियों को आठ महीने की सैलरी और कुछ अतिरिक्त लाभ दिए जा रहे हैं. हालांकि ट्रंप प्रशासन ने उम्मीद की थी कि 23 लाख पात्र संघीय कर्मचारियों में से 5 से 10 प्रतिशत यानी करीब 1.15 से 2.3 लाख कर्मचारी इस प्रस्ताव को स्वीकार करेंगे लेकिन संख्या अपेक्षा से काफी कम रही. यह कैसे हुआ जान लीजिए.

सरकारी खर्च में कटौती की योजना
दरअसल अमेरिकी मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक ट्रंप प्रशासन के इस फैसले का मकसद सरकारी खर्च में कटौती करना और नौकरशाही को कम करना बताया जा रहा है. कुछ महीने पहले ही ट्रंप सरकार ने आदेश जारी किया था कि सभी सरकारी कर्मचारियों को 6 फरवरी तक ऑफिस लौटना होगा अन्यथा वे अपनी नौकरी गंवा सकते हैं. यह फैसला ट्रंप प्रशासन के ब्यूरोक्रेसी सुधार अभियान के तहत लिया गया है. जिसे सरकार की कार्यक्षमता बढ़ाने की दिशा में एक कदम बताया जा रहा है. इस योजना के पीछे एलन मस्क का दिमाग बताया जा रहा है जो इस समय ट्रंप के डिपार्टमेंट ऑफ गवर्नमेंट एफिशिएंसी DOGE का नेतृत्व कर रहे हैं.

हालांकि विवादों में घिरा फैसला
ट्रंप प्रशासन के इस फैसले पर विरोध भी हो रहा है. सरकारी कर्मचारियों का प्रतिनिधित्व करने वाले यूनियन संगठन इसे गैरकानूनी बता रहे हैं और अदालत का रुख कर चुके हैं. अमेरिकन फेडरेशन ऑफ गवर्नमेंट एंप्लॉइज (AFGE) यूनियन के अध्यक्ष एवरेट केली ने कहा कि यह फैसला उन कर्मचारियों पर दबाव बनाने के लिए लिया गया है, जो ट्रंप की विचारधारा से मेल नहीं खाते. कई विशेषज्ञों का मानना है कि इतने बड़े पैमाने पर सरकारी कर्मचारियों की छंटनी के लिए कांग्रेस की मंजूरी जरूरी है, जो इस फैसले के खिलाफ जा सकती है.

अंतिम समय में बढ़ गए इस्तीफे
व्हाइट हाउस के एक अधिकारी के मुताबिक, डेडलाइन के आखिरी घंटों में इस्तीफों की संख्या में उछाल देखने को मिला. हालांकि अभी भी यह संख्या प्रशासन की अपेक्षाओं से बहुत कम है. इससे पहले खबर आई थी कि ट्रंप प्रशासन उन कर्मचारियों को भी नौकरी से निकालने की योजना बना रहा है जिन्होंने यह पैकेज स्वीकार नहीं किया है.

ट्रंप के आक्रामक फैसले जारी
मालूम हो कि 20 जनवरी को दूसरी बार राष्ट्रपति पद की शपथ लेने के बाद ट्रंप ने तेजी से फैसले लेने शुरू कर दिए हैं. अब तक वे 50 से ज्यादा कार्यकारी आदेश Executive Orders जारी कर चुके हैं. जो किसी भी अमेरिकी राष्ट्रपति के शुरुआती 100 दिनों में सबसे अधिक हैं. इन आदेशों में चीन पर टैरिफ बढ़ाने, विदेशी सहायता रोकने और अवैध आप्रवासन पर कार्रवाई जैसे अहम फैसले शामिल हैं. ट्रंप के इस आक्रामक रुख के चलते उनकी सरकार को समर्थन और विरोध दोनों मिल रहे हैं.

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