Kerala News in Hindi: केरल की रहने वाली एक विधवा मुस्लिम महिला अपनी बेटियों के साथ मनाली छुट्टी मनानी पहुंची और पहली बार बर्फ देखकर बहुत खुश हो गई. उसका यह वीडिया सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिस पर अब केरल में हंगामा मचा है.
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Fatwa on Snowfall Video of Woman: केरल में 55 साल की एक विधवा महिला पहली बार अपनी विवाहित बेटियों और नाती-पोतियों के साथ मनाली घूमने गई. उसने जब वहां जिंदगी में पहली बार बार बर्फ पड़ते हुए देखी तो वो बहुत खुश हो गई. उसके खुशी के इन लम्हों की बेटी ने एक छोटी सी रील बना ली, जो बाद में वायरल हो गई. अब उस विधवा महिला के खिलाफ मौलाना ने फतवा जारी कर दिया है. महिला की हरकत को दीन के खिलाफ बताते हुए उसे घर में बैठकर कुरान पढ़ने की ताकीद की गई है. मौलवी के इस फतवे पर सोशल मीडिया में विरोध शुरू हो गया है. लोग इसे कट्टरपन और जाहिलपन बताते हुए मौलाना को खरी-खोटी सुना रहे हैं.
महिला का बर्फ से खेलने का वीडियो वायरल
रिपोर्ट के मुताबिक, केरल के कोझिकोड जिले की रहने वाली मुस्लिम महिला के पति का 25 साल पहले निधन हो गया था. इसके बाद उसने अपने दम पर 3 बेटियों को पाल-पोसकर बड़ा किया. बेटियों को पालने के लिए उसने अपनी खुशियों को भी ताक पर रख दिया. कई सालों के बाद जब बेटियों की शादी हो गई तो वे हाल में उसे मनाली लेकर गई. वहां पर महिला अपनी बेटियों के साथ बर्फ से खेलती दिख रही थी. उनकी बेटियों ने मां की खुशी के इन लम्हों को इंटरनेट पर डाला तो जल्द ही वह वायरल हो गई.
मौलाना हुआ नाराज, दे दिया फतवा
महिला की बर्फ से खेलती इस वीडियो पर सुन्नी मौलवी अबुबकर मुसलियार इब्राहिम सकाफ़ी पुज़ाक्कतिरी काफी नाराज हो गया. महिला की आलोचना करते हुए उसने कहा कि विधवा महिला को इस तरह से घूमने और बर्फ से खेलने के बजाय में घर में क़ुरान पढ़ना चाहिए. उसने महिला को फरमान जारी करते हुए कई और भी निर्देश दिए.
'क्या ये दुनिया केवल पुरुषों के लिए?'
मौलाना की इस हरकत पर अब इंटरनेट पर लोगों का गुस्सा फूट पड़ा है. खुद पीड़ित महिला की बेटी जिफ़ाना ने मौलाना पर करारा हमला बोला. जिफाना ने सोशल मीडिया पर लिखा, क्या ये दुनिया केवल पुरुषों के लिए बनाई गई है. क्या 25 साल पहले अपने पति को खो चुकी एक एक विधवा को घर के कोने में बैठकर क़ुरान पढ़ना ही काफी है. क्या उसे अपनी जिंदगी जीने का हक नहीं है.
'उस आदमी ने हमारे परिवार की शांति भंग कर दी'
जिफाना ने आगे लिखा, हमारी इस ट्रिप में मां ने पहली बार बर्फ देखी थी. जिससे वो बहुत खुश थी. हमने उनकी खुशी के इन लम्हों की रील बनाकर शेयर की थी लेकिन मौलाना के फतवे के बाद बाकी लोगों ने भी सोशल मीडिया पर उन्हें बुरा-भला कहना शुरू कर दिया. जिससे मां डिप्रेशन में चली गई. मौलवी पर निशाना साधते हुए बेटी ने कहा, 'उस आदमी ने हमारे परिवार की शांति भंग कर दी है.'
'क़ुरान या हदीस में ऐसा कोई प्रसंग नहीं'
मौलाना के फतवे का अब पढ़े-लिखे दूसरे मुसलमान भी विरोध कर रहे हैं. केरल यूनिवर्सिटी में इस्लामी इतिहास के प्रोफे़सर अशरफ़ कदक्कल ने कहा कि क़ुरान या हदीस में ऐसा कोई प्रसंग नहीं है, जो किसी विधवा महिला को पर्यटन स्थलों पर जाने से रोकता हो. वे पूछते हैं कि परिवार के साथ एक उम्रदराज महिला का मनाली जाना इस आदमी (मौलाना) को कैसे परेशान कर सकता है. आख़िर उसने इस्लाम को कैसे प्रभावित कर दिया.'