Russia-Ukraine War : रूस ने एक बड़ा दावा किया है, रूस का कहना है, कि यूक्रेन ने जेपोरिजिया न्यूक्लियर प्लांट पर ड्रोन से हमला किया है. जिसके बाद यूक्रेन सेना की खुफिया एजेंसी के प्रवक्ता एंद्री युसोव ने कहा कि रूस का आरोप गलत है.
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Russia and Ukraine : रूस और यूक्रेन के बीच जारी जंग खत्म होने का नाम ही नहीं ले रही है. इसी बीच यूक्रेन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने रूस के उन आरोपों का जवाब दिया है, जिसमें यह कहा गया है, कि यूक्रेन देश की सेना ने यूरोप के सबसे बड़े न्यूक्लियर पावर प्लांट ( nuclear power plants ) पर विस्फोटक ड्रोन से हमला किया है. बता दें, रूस ने 24 फरवरी 2022 को यूक्रेन पर हमला कर दिया था. इस हमले के तुरंत बाद रूस ने दक्षिण यूक्रेन में स्थित इस न्यूक्लियर प्लांट पर कब्जा कर लिया था.
रूस ने किया दावा
रूस ने रविवार ( 8 अप्रैल ) को दावा किया था, कि दक्षिण यूक्रेन में स्थित और दो साल से उसके नियंत्रण में संचालित जेपोरिजिया न्यूक्लियर प्लांट (Zaporizhzhia Nuclear Power Plant) पर यूक्रेन की सेना ने ड्रोन से हमला किया है.
यूक्रेनी खुफिया एजेंसी ने बताया सच
जिसके बाद यूक्रेन सेना की खुफिया एजेंसी के प्रवक्ता एंद्री युसोव ने दावा किया कि हमले के कोई संकेत नहीं है, साथ ही उन्होंने कहा कि रूस की सेना नियमित आधार पर जेपोरिजिया न्यूक्लियर प्लांट पर हमले की फर्जी खबर फैला रही है. हालांकि, संयुक्त राष्ट्र की न्यूक्लियर वॉचडॉग एजेंसी ने हमले की पुष्टि की है, लेकिन उसने यह नहीं स्पष्ट किया कि हमला किसने किया है. यूक्रेन पर फरवरी 2022 में किए गए रूसी हमले के बाद से यह संयंत्र बार-बार दोनों पक्षों के हमलों का शिकार रहा है.
बताया जा रहा है, कि युद्ध के तुरंत बाद रूस ने इस पर कब्जा कर लिया. संयुक्त राष्ट्र की अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी ( international atomic energy agency ) बार-बार प्लांट से संभावित न्यूक्लियर आपदा आने को लेकर आगाह कर रहा है.
बता दें, कि प्लांट के छह रिएक्टर महीनों से बंद हैं, लेकिन महत्वपूर्ण शीतलन प्रणाली और अन्य सुरक्षा सुविधाओं को संचालित करने के लिए इसे अब भी बिजली और प्रशिक्षित कर्मचारियों की जरुरत है. international atomic energy agency ने रविवार को पुष्टि की छह में से एक रिएक्टर पर ड्रोन से हमला किया गया लेकिन इसमें किसी को चोट नहीं आई.