मां-बाप ने खाई थी दवा, बच्चों के शरीर पर उगने लगे बाल, जानिए क्या वेयरवोल्फ सिंड्रोम
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मां-बाप ने खाई थी दवा, बच्चों के शरीर पर उगने लगे बाल, जानिए क्या वेयरवोल्फ सिंड्रोम

कई बार होता है कि हम लोग बाल झड़ने से रोकने के लिए तरह-तरह के जतन करते हैं और दवाइयों का भी इस्तेमाल करते हैं. हालांकि कई बार यह नुकसान भी दे जाते हैं. इसी से जुड़ी एक खबर यह आई है कि मां-बाप के ज़रिए खाई गई दवाई का असर उनकी संतानों में भी देखने को मिल रहा है. 

मां-बाप ने खाई थी दवा, बच्चों के शरीर पर उगने लगे बाल, जानिए क्या वेयरवोल्फ सिंड्रोम

Werewolf Syndrome: मौजूदा समय में बड़ी तादाद में लोग बालों की समस्या जूझ रहे हैं और इसके लिए तरह-तरह के इलाज भी करवा रहे हैं. कई बार कुछ लोगों को इस तरह के इलाज के दौरान परेशानियों का सामना करना पड़ जाता है. हाल ही में एक ऐसी ही खबर सामने आई है. एक नई रिपोर्ट के मुताबिक स्पेन में शिशुओं में एक अजीब 'वेयरवोल्फ सिंड्रोम' उभर रहा है. इसके पीछे की वजह उनके माता-पिता के ज़रिए एक लोकप्रिय बाल-झड़ने वाली दवा का इस्तेमाल करना बताया जा रहा है. पिछले साल से, लगभग एक दर्जन ऐसे मामले सामने आए हैं.

एल इकोनॉमिस्टा में प्रकाशित एक रिपोर्ट के मुताबिक नवारा फार्माकोविजिलेंस सेंटर में शिशुओं में हाइपरट्रिकोसिस के 11 मामले पाए गए हैं, जिसे 'वेयरवोल्फ सिंड्रोम' के रूप में जाना जाता है. इन मामलों में डॉक्टरों ने पाया कि उनके प्रत्येक देखभालकर्ता ने पांच फीसद मिनोक्सिडिल का इस्तेमाल किया था. मध्य युग के बाद से मेडिकल रिकॉर्ड में 100 से भी कम ऐसे 'वेयरवोल्फ सिंड्रोम' के मामले दर्ज किए गए थे.

वेयरवोल्फ सिंड्रोम के लक्षण

'वेयरवोल्फ सिंड्रोम' से पीड़ित शिशुओं में उनकी पीठ, चेहरे और पैरों पर गुच्छेदार बाल उग आए थे और कुछ स्किन मामलों में वे 'स्टार वार्स' के 'वूकी' जैसे भी लग रहे थे. जांचकर्ताओं के मुताबिक शिशु के माता-पिता के ज़रिए इस्तेमाल किया गया पांच फीसद मिनोक्सिडिल का असर शिशुओं में दिखाई दे रहा है. मिनोक्सिडिल अलग-अलग मशहूर ओवर-द-काउंटर हेयर-लॉस इलाजों में पाए जाने वाले एक्टिव तत्वों में से एक है. जिसमें रोगेन, हिम्स, कीप्स, इक्वेट और अन्य जेनेरिक उत्पाद शामिल हैं.

'वेयरवोल्फ सिंड्रोम' के मामले

एल इकोनोमिस्टा की एक रिपोर्ट के मुताबिक 2023 में मेडिकल रिसर्चर्स का ध्यान 'वेयरवोल्फ सिंड्रोम' के एक मामले की तरफ गया, जब एक स्तनपान करने वाले बच्चे के पूरे शरीर पर सिर्फ़ दो महीने में बाल उग आए. स्वास्थ्य अधिकारियों ने परिवार का इंटरव्यू लिया और पाया कि बच्चे के पिता ने कथित तौर पर पांच फीसद मिनोक्सिडिल का इस्तेमाल किया था. यह भी बताया गया कि जब पिता ने एंड्रोजेनिक एलोपेसिया के लिए इलाज बंद कर दिया तो बच्चे के लक्षण पूरी तरह से ठीक हो गए.

'स्वर्ग से आई बच्ची'

एक अन्य मामले में पिछले साल मलेशिया में दो साल की एक बच्ची को दुर्लभ बालों वाली बीमारी से जूझते हुए पाया गया था, क्योंकि राजाओं ने उसे 'स्वर्ग से आई बच्ची' कहा था. लड़की को हाइपरट्रिकोसिस का जन्मजात तनाव था, जो उन मामलों के समान नहीं था जहां मिनोक्सिडिल के पर्यावरणीय संपर्क से ऐसी समस्याएं होती हैं. यूरोपीय फार्माकोविजिलेंस जोखिम मूल्यांकन कमेटी के मुताबिक स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि मिनोक्सिडिल शिशुओं के स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है और हाइपरट्रिकोसिस के उत्पादन को जन्म दे सकता है.

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