Mona Lisa: मशहूर चित्रकार लियोनार्डो दा विंची की सबसे फेमस पेंटिंग मोनालिसा को नया कमरा मिलने वाला है. यह पेंटिंग फ्रांस के लूव्र म्यूजियम में रखी गई है. फ्रांस के राष्ट्रपति ने पेंटिंग को दूसरे कमरे में रखने की बात की है.
Trending Photos
Mona Lisa: दुनिया की सबसे मशहूर पेंटिंग मोना लिसा को फ्रांस के लूव्र म्यूजियम में रखा गया है. फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैन्युअल मैक्रों ने घोषणा करते हुए कहा कि मोनालिसा को लूव्र म्यूजियम में अपना अलग से कमरा मिलेगा. वहीं म्यूजियम का बड़े पैमाने पर रेनोवेशन भी किया जाएगा. इसमें कई साल लगने वाले हैं.
ये भी पढ़ें- कानूनी पचड़े में फंसीं इटली की पीएम जॉर्जिया मेलोनी, इस अपराधी की मदद करने का लगा आरोप
म्यूजियम का होगा नवीनीकरण
मैक्रों ने घोषणा करते हुए कहा कि म्यूजियम के लिए साल 2031 तक सीन नदी के पास नया प्रवेश द्वार और एक भूमिगत कमरा बनाया जाएगा. इस पूरे प्रोजेक्ट में कितना खर्चा आएगा इसको लेकर राष्ट्रपति की ओर से कोई जानकारी नहीं दी गई है. बता दें कि लूव्र म्यूजियम दुनिया में सबसे ज्यादा देखे गए म्यूजियम में से एक है. साल 1980 में इसका नवीनीकरण किया गया था. वर्तमान में यह म्यूजियम भीड़भाड़ और पुरानी सुविधाओं की समस्या है. वहीं इमारक में पानी के रिसाव के कारण वहां रखी गई पेंटिंग को भी नुकसान हो रहा है. इसके अलावा म्यूजियम में सैकड़ों लोगों के आने से यहां खाने-पीने, वॉशरूम और शोर की काफी समस्या है.
अलग कमरे में रखी जाएगी मोनालिसा
मोनालिसा को कमरे में किस तरह से रखा जाए इसको लेकर पहले भी कई बार सवाल खड़े हो चुके हैं. इसको लेकर म्यूजियम की निदेशक लॉरेंस दे कार्स ने भी सुझाव दिया है कि मोनालिसा को अलग से एक कमरे में रखना चाहिए. अब इसको लेकर मैक्रों ने पेटिंग के लिए अलग सा कमरा समर्पित करने की बात कही है. फिलाहल मोनालिसा म्यूजियम के सबसे बड़े कमरे में एक कांच के अंदर रखी हुई है. लोग तस्वीर के साथ कतारों में खड़े होकर तस्वीर लेते हैं. बता दें कि मोनालिसा के चलते कमरे के अंदर रखी गईं बाकि कलाकृतियां इग्नोर हो जाती हैं.
ये भी पढ़ें- CONGO: इस देश की राजधानी पर बागियों ने किया कब्जा, घिरे भारतीय डॉक्टर और सैनिक
मोनासलिसा पेंटिंग
बता दें कि मोनालिसा को इटली के मशहूर चित्रकार लियोनार्डो दा विंची ने बनाया है. दुनिया की सबसे मशहूर इस पेंटिंग में एक महिला हल्की मुस्कान से सामने देख रही है. इस पेंटिंग को पूरी तरह बनाने में विंची को 14 साल लग गए थे. उनकी मौत के बाद भी यह पेंटिंग अधूरी रह गई थी, जिसे उनके सहयोगियों ने पूरा किया था. इस पेंटिंग की मुस्कान को रहस्यमयी माना जाता है. 21 अगस्त साल 1911 में यह पेरिस के रिस लुब म्यूजियम से चोरी हो गई थी.