Russia-Ukraine War: रूस यूक्रेन युद्ध में 2 भारतीयों की मौत, विदेश मंत्रालय ने कहा- रूसी सेना पूरी तरह रोके हमारे नागरिकों की भर्ती
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Russia-Ukraine War: रूस यूक्रेन युद्ध में 2 भारतीयों की मौत, विदेश मंत्रालय ने कहा- रूसी सेना पूरी तरह रोके हमारे नागरिकों की भर्ती

Indians in the Russian Army: रिपोर्टों के अनुसार, कई भारतीय रूसी सेना में सिक्योरिटी हेल्पर के रूप में काम कर रहे हैं. उन्हें यूक्रेन के साथ रूसी सीमा के कुछ क्षेत्रों में रूसी सैनिकों के साथ लड़ने के लिए मजबूर किया जाता है.

Russia-Ukraine War: रूस यूक्रेन युद्ध में 2 भारतीयों की मौत, विदेश मंत्रालय ने कहा- रूसी सेना पूरी तरह रोके हमारे नागरिकों की भर्ती

Two Indian Nationals Killed in Russia: विदेश मंत्रालय (एमईए) ने 11 जून को बताया कि रूसी सेना में भर्ती हुए दो भारतीय नागरिक रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे संघर्ष में मारे गए हैं. भारत ने रूसी सेना में शामिल सभी भारतीय नागरिकों की जल्द रिहाई और वापसी की मांग की है. मंत्रालय ने भारतीय नागरिकों से भी अपील की है कि वे रूस में रोजगार के अवसर तलाशते समय सावधानी बरतें.

पीटीआई भाषा के मुताबिक रिपोर्टों के अनुसार, कई भारतीय रूसी सेना में सिक्योरिटी हेल्पर के रूप में काम कर रहे हैं. उन्हें यूक्रेन के साथ रूसी सीमा के कुछ क्षेत्रों में रूसी सैनिकों के साथ लड़ने के लिए मजबूर किया जाता है.

विदेश मंत्रालय की ओर से जारी एक बयान के मुताबिक कहा, 'हमें यह बताते हुए खेद है कि रूसी सेना में भर्ती हुए दो भारतीय नागरिक हाल ही में रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे संघर्ष में मारे गए हैं.'

भारत ने रूसी अधिकारियों से सामने उठाया मुद्दा
मंत्रालय ने कहा, 'हम मृतकों के परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं. मॉस्को स्थित हमारे दूतावास ने रक्षा मंत्रालय सहित रूसी अधिकारियों पर पार्थिव शरीर को शीघ्र वापस भेजने के लिए दबाव डाला है.'

विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा, 'विदेश मंत्रालय और मॉस्को स्थित भारतीय दूतावास ने नई दिल्ली स्थित रूसी राजदूत और मॉस्को स्थित रूसी अधिकारियों के समक्ष रूसी सेना में शामिल सभी भारतीय नागरिकों की शीघ्र रिहाई और वापसी के लिए इस मामले को जोरदार तरीके से उठाया है.'

मंत्रालय के बयान में कहा गया कि भारत ने यह भी मांग की है कि रूसी सेना द्वारा हमारे नागरिकों की किसी भी तरह की और भर्ती पर पूरी तरह रोक लगाई जाए. ऐसी गतिविधियां हमारी साझेदारी के अनुरूप नहीं हैं.

CBI  मानव तस्करी के तीन आरोपियों खिलाफ इंटरपोल नोटिस की मांग करेगी
सीबीआई अधिकारियों ने 11 जून को जानकारी दी कि एजेंसी आकर्षक नौकरियों का लालच देकर भारतीय नागरिकों को रूस-यूक्रेन युद्ध क्षेत्र में धकेलने वाले मानव तस्कर गिरोह से जुड़े तीन आरोपियों के खिलाफ इंटरपोल रेड नोटिस की मांग करेगी.

पीटीआई-भाषा के मुताबिक अधिकारियों ने कहा कि सीबीआई कथित हवाला ऑपरेटर रमेश कुमार पलानीसामी, मोहम्मद मोइनुद्दीन चिप्पा और फैसल अब्दुल मुतालिब खान को हिरासत में लेकर पूछताछ करना चाहती है, ताकि पूरी साजिश का खुलासा हो सके. समझा जाता है कि पलानीसामी और मोइनुद्दीन चिप्पा रूस में हैं जबकि फैसल खान के संयुक्त अरब अमीरात में होने का अनुमान है.

इंटरपोल रेड नोटिस 196 सदस्य देशों की कानून प्रवर्तन एजेंसियों से एक अनुरोध होता है कि वे प्रत्यर्पण, आत्मसमर्पण या इसी तरह की अन्य कानूनी कार्रवाई लंबित रहने तक किसी खास व्यक्ति का पता लगाएं और उसे अस्थायी रूप से गिरफ्तार करें.

सीबीआई तीनों आरोपियों को प्रत्यर्पित करना चाहती है ताकि वे कानूनी कार्रवाई का सामना कर सकें और जांच में शामिल हो सकें.

एजेंसी ने मार्च में देश भर में संचालित मानव तस्करी नेटवर्क का खुलासा किया था, जो भारतीय युवाओं को आकर्षक नौकरियों के बहाने रूस-यूक्रेन युद्ध के मोर्चे पर धकेल रहे थे.

नेपाल और श्रीलंका ने दी अपने नागरिकों को चेतावनी
इस बीच नेपाल और श्रीलंका ने अपने नागरिकों को चेतावनी दी है कि वे हाल के महीनों में मानव तस्करों के झूठे वादों के झांसे में न आएं, क्योंकि यह बात सामने आई है कि उनके सैकड़ों नागरिक भाड़े के सैनिकों के रूप में युद्ध में भाग ले रहे हैं.

काठमांडू का कहना है कि रूस के लिए लड़ते हुए कम से कम 20 नेपाली मारे गए हैं. अब तक संघर्ष में कम से कम 16 पूर्व श्रीलंकाई सैनिक मारे गए हैं, जिनमें से अधिकांश रूसी सेना के लिए थे.

मंत्रालय ने कहा कि श्रीलंका के विदेश मंत्री अली सबरी ने सोमवार को मॉस्को में अपने रूसी समकक्ष सर्गेई लावरोव के साथ इस मुद्दे को उठाया. मंत्रालय ने कहा कि इस बात पर सहमति बनी कि 'श्रीलंका से आगे कोई भर्ती नहीं की जाएगी.'

(इनपुट - एजेंसी)

File photo courtesy: Reuters

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