बांग्लादेश में कब होगा चुनाव? समय को लेकर आया बड़ा अपडेट, खुद चुनाव आयुक्त ने किया खुलासा
Advertisement
trendingNow12642409

बांग्लादेश में कब होगा चुनाव? समय को लेकर आया बड़ा अपडेट, खुद चुनाव आयुक्त ने किया खुलासा

Bangladesh News: बांग्लादेश में यूनुस सरकार और अन्य पार्टियों के बीच चुनावों की तारीखों को लेकर तकरार जारी है. इस बीच चुनाव आयुक्त शेख हसीना सरकार के तख्तापलट होने के बाद पहली बार चुनाव कराने को लेकर बड़ी घोषणा की है.चुनाव आयुक्त ने कहा कि वह देश में चुनाव कराने के लिए तैयारी कर रहा है.

 

बांग्लादेश में कब होगा चुनाव? समय को लेकर आया बड़ा अपडेट,  खुद चुनाव आयुक्त ने किया खुलासा

Bangladesh News: मोहम्मद यूनूस की अगुआई वाली बांग्लादेश की अंतरिम सरकार और देश की दूसरी सियासी पार्टियों के बीच चुनाव की समय सीमा को लेकर को लेकर घमासान जारी है. इस बीच, बांग्लादेश के निर्वाचन आयोग ने मंगलवार को कहा कि वह देश में चुनाव कराने के लिए तैयारी कर रहा है. 

उन्होंने कहा कि दिसंबर 2025 से जून 2026 के बीच देश में आम चुनाव करा सकते हैं. चुनाव आयुक्त अबुल फजल मोहम्मद सनाउल्लाह ने कहा, 'अंतरिम सरकार के चीफ एडवाइजर ने पिछले साल 16 दिसंबर को अपने भाषण में जिक्र किया था कि अगर चुनाव न्यूनतम सुधारों और राजनीतिक सहमति के साथ कराए जाने हैं, तो वे दिसंबर 2025 तक हो सकते हैं. हालांकि, अगर ज्यादा व्यापक सुधारों की जरूरत है, तो चुनाव जून 2026 तक हो सकते हैं.'

चुनाव आयुक्त राजधानी ढाका में संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (यूएनडीपी) समेत 18 विकास भागीदार देशों के राजदूतों और प्रतिनिधियों के साथ बैठक के बाद मीडिया को संबोधित कर रहे थे. बांग्लादेश के प्रमुख बंगाली दैनिक प्रोथोम अलो की रिपोर्ट के मुताबिक, सनाउल्लाह ने साफ किया कि मौजूदा वक्त में आयोग किसी अन्य चुनाव की तैयारी नहीं कर रहा है. हालांकि, उन्होंने कहा कि अगर सरकार फैसला लेती है, तो आयोग राष्ट्रीय चुनावों से पहले स्थानीय सरकार के चुनाव आयोजित करने के लिए तैयार है.

पिछले साल अगस्त में एक बड़े राजनीतिक तख्तापलट में पूर्व पीएम शेख हसीना अनौपचारिक रूप से देश छोड़कर भारत आ गईं. शेख हसीना के इस फैसले के बाद ही वैश्विक स्तर पर देश की लोकतांत्रिक व्यवस्था के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है. हालांकि, शेख हसीना को हटाने के बाद 8 अगस्त 2024 को चीफ एडवाइजर मुहम्मद यूनुस के नेतृत्व में अंतरिम सरकार का गठन किया गया था, लेकिन बांग्लादेश में हुई सामूहिक हिंसा ने न सिर्फ उसके कमजोर लोकतंत्र को झटका दिया, बल्कि एक धर्मनिरपेक्ष राज्य होने की संभावना को भी धक्का पहुंचाया.

बांग्लादेश में चरमपंथी संगठनों को पनाह
अंतरिम सरकार को कट्टरपंथी और चरमपंथी संगठनों को पनाह देने के लिए भी भारी आलोचना का सामना करना पड़ा है. पिछले कुछ महीनों में बांग्लादेश में किसी भी तरह के असंतोष को सबसे क्रूर तरीके से दबाया गया है. देश में अल्पसंख्यकों, खासकर हिंदुओं के उत्पीड़न की कई घटनाएं लगातार सामने आई हैं.

ट्रंप ने अपना रुख किया साफ
पिछले महीने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की व्हाइट हाउस में वापसी ने भी मौजूदा शासन के लिए कठिन समय का संकेत दिया है. ट्रंप 2.0 प्रशासन ने लोकतांत्रिक और चुनावी सुधारों पर अपना रुख पूरी तरह से साफ कर दिया है. बांग्लादेश में अमेरिकी प्रभारी ट्रेसी जैकबसन ने मंगलवार को स्टेट गेस्ट हाउस जमुना में यूनुस से मुलाकात की. वाशिंगटन ढाका को एक स्थिर और लोकतांत्रिक भविष्य की तरफ ले जाने की कोशिश कर रहा है. ( आईएएनएस इनपुट के साथ )

Trending news