पीएम मोदी से मिलते ही Elon Musk ने खोला भारत के लिए 'गल्ला'! लुटाएंगे 4,34,19,88,94,500 रुपये
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पीएम मोदी से मिलते ही Elon Musk ने खोला भारत के लिए 'गल्ला'! लुटाएंगे 4,34,19,88,94,500 रुपये

Tesla in India: Elon Musk की Tesla भारत में अपने प्लान्स को आगे बढ़ाने की तैयारी कर रही है. Tesla लंबे समय से भारत में एंट्री करने की प्लानिंग बना रहा था, लेकिन अब कंपनी की गतिविधियां तेज हो गई हैं.

 

पीएम मोदी से मिलते ही Elon Musk ने खोला भारत के लिए 'गल्ला'! लुटाएंगे 4,34,19,88,94,500 रुपये

Tesla plans to enter India: अमेरिकी इलेक्ट्रिक कार मेकर Tesla भारत में अपने प्लान्स को आगे बढ़ाने की तैयारी कर रही है. इंडिया टुडे ने सरकारी सूत्रों का हवाला देते हुए बताया कि, कंपनी के अधिकारी अप्रैल में भारत का दौरा कर सकते हैं, जहां वे अपनी रणनीति को लेकर चर्चा करेंगे. Tesla लंबे समय से भारत में एंट्री करने की प्लानिंग बना रहा था, लेकिन अब कंपनी की गतिविधियां तेज हो गई हैं.

दौरे पर होगी PMO से मुलाकात

Tesla के अधिकारी इस दौरे के दौरान PMO और अन्य प्रमुख मंत्रालयों के अधिकारियों से मुलाकात करेंगे. इन बैठकों में कंपनी के इनवेस्टमेंट प्लान, फैक्ट्री के संभावित स्थानों और सरकार की नई इलेक्ट्रिक वाहन (EV) नीतियों पर चर्चा होने की उम्मीद है. भारत सरकार ने हाल ही में एक नई EV पॉलिसी पेश की है, जिसमें उन कंपनियों को इंपोर्ट ड्यूटी में रियायत दी जाएगी, जो देश में स्थानीय स्तर पर निर्माण करने के लिए निवेश करेंगी.

 

 

Tesla भारत में कितना निवेश करेगी?

Tesla भारत में एक मैन्युफैक्चरिंग हब स्थापित करने में रुचि दिखा रही है। सूत्रों के अनुसार, कंपनी शुरुआत में $3 से $5 बिलियन (4,34,21,57,50 रुपये) तक का निवेश कर सकती है. यह भारत में इलेक्ट्रिक वाहन इंडस्ट्री के लिए एक बड़ा कदम साबित हो सकता है, जिससे देश में EV टेक्नोलॉजी और इनोवेशन को बढ़ावा मिलेगा.

भारत की नई EV पॉलिसी और Tesla को मिलने वाले फायदे

पॉलिसी के मुताबिक, किसी भी कंपनी को कम से कम $500 मिलियन (लगभग 4,000 करोड़ रुपये) का निवेश भारत में करना होगा. इसके बाद उन्हें हर साल 8,000 इलेक्ट्रिक कारों को केवल 15% की रियायती कस्टम ड्यूटी पर आयात करने की अनुमति मिलेगी. कंपनियों को यह सुनिश्चित करना होगा कि वे कुल निवेश का कम से कम 50% तीन साल के भीतर करें. इसके अलावा, उन्हें पांच साल के भीतर भारत में उत्पादन शुरू करना होगा, तभी वे इस छूट का लाभ लंबे समय तक ले सकेंगे.

 

 

Tesla की फैक्ट्री के लिए कौन से राज्य सबसे आगे?

महाराष्ट्र: पुणे के चाकण इंडस्ट्रियल एरिया और छत्रपति संभाजीनगर (औरंगाबाद) Tesla की टॉप पसंद में शामिल हैं. यह क्षेत्र पहले से ही एक मजबूत ऑटोमोटिव हब है, जहां कई ग्लोबल कार कंपनियां अपनी मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स चला रही हैं. 

गुजरात: गुजरात ने हाल के वर्षों में कई ऑटोमोबाइल और बैटरी मैन्युफैक्चरिंग कंपनियों को आकर्षित किया है. Tesla के लिए यह राज्य भी एक मजबूत दावेदार हो सकता है, क्योंकि यहां पहले से ही निवेशकों के लिए अनुकूल माहौल है.

 

 

Tesla की भारत में एंट्री को लेकर बढ़ती चर्चा

Tesla के भारत आने की चर्चाएं तब और तेज़ हो गईं, जब कंपनी ने LinkedIn पर मुंबई और दिल्ली के लिए नौकरियों के विज्ञापन पोस्ट किए. Tesla ने कुल 13 नई भर्तियों के लिए पोस्ट डाली, जिसमें कस्टमर सर्विस और बैक-एंड ऑपरेशंस से जुड़े पद शामिल हैं. Tesla की यह हायरिंग उस समय सामने आई जब हाल ही में Tesla के CEO एलन मस्क ने अमेरिका में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की थी. इस मुलाकात के बाद से ही कयास लगाए जा रहे थे कि Tesla जल्द ही भारत में अपने ऑपरेशंस शुरू कर सकती है.

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