Mann Ki Baat: मन की बात में पीएम मोदी ने अनुराधा राव के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि उनका जीवन वन्यजीवों के साथ सह-अस्तित्व का बेहतरीन उदाहरण है. उन्होंने देशवासियों से आग्रह किया कि वे वन्यजीव संरक्षण से जुड़े लोगों का हौसला बढ़ाएं.
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Deer Woman Anuradha Rao: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम मन की बात में अंडमान-निकोबार की रहने वाली अनुराधा राव का जिक्र किया. जिन्हें लोग प्यार से 'Deer Woman' कहते हैं. पीएम मोदी ने बताया कि अनुराधा पिछले तीन दशकों से हिरणों और मोरों की देखभाल कर रही हैं. उन्होंने पशु कल्याण को अपना जीवन समर्पित कर दिया है और वन्यजीव संरक्षण में उनका योगदान प्रेरणादायक है.
अनुराधा राव अंडमान-निकोबार द्वीप समूह की चौथी पीढ़ी की निवासी हैं. उनके दादा-दादी और नाना-नानी को आजादी से पहले कैदी के रूप में इन द्वीपों पर लाया गया था. अनुराधा बचपन से ही हिरणों के बीच पली-बढ़ी हैं. उन्होंने बताया कि छोटी उम्र से ही उन्होंने इन हिरणों को भोजन देना शुरू किया और धीरे-धीरे उनके साथ एक गहरा रिश्ता बना लिया.
इंसान और वन्यजीवों के बीच एक अनोखा तालमेल
आज अनुराधा कई हिरणों की देखभाल करती हैं. जिनमें दो हिरण 17 साल से उनके साथ हैं और जिनका वजन 70 और 75 किलोग्राम है. पिछले 25 वर्षों में उन्होंने इन हिरणों का विश्वास जीतने के लिए कड़ी मेहनत की है. अब द्वीप के हिरण इंसानों से उतना डरते नहीं हैं, जितना पहले डरते थे. उनके प्रयासों की वजह से वहां इंसान और वन्यजीवों के बीच एक अनोखा तालमेल विकसित हुआ है.
The 'Deer Woman' of Andaman and Nicobar !#MannKiBaat @PMOIndia @moefcc pic.twitter.com/1BD0pAzRuR
— Mann Ki Baat Updates मन की बात अपडेट्स (@mannkibaat) February 23, 2025
पीएम मोदी ने अनुराधा राव के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि उनका जीवन वन्यजीवों के साथ सह-अस्तित्व का बेहतरीन उदाहरण है. उन्होंने देशवासियों से आग्रह किया कि वे वन्यजीव संरक्षण से जुड़े लोगों का हौसला बढ़ाएं. उन्होंने यह भी बताया कि अब इस क्षेत्र में कई स्टार्टअप्स भी सामने आ रहे हैं जो पर्यावरण संरक्षण में अहम भूमिका निभा रहे हैं.
आगामी विश्व वन्यजीव दिवस के अवसर पर पीएम मोदी ने अनुराधा राव जैसे समर्पित लोगों को प्रेरणा का स्रोत बताया. उन्होंने कहा कि भारत वन्यजीव संरक्षण के लिए प्रतिबद्ध है और हर क्षेत्र में प्रकृति की रक्षा को प्राथमिकता देता है. अनुराधा राव की कहानी इस बात का प्रमाण है कि प्रेम, धैर्य और समर्पण से इंसान और प्रकृति के बीच गहरा संबंध स्थापित किया जा सकता है.