Smaran Ravichandran: 25 चौके-3 छक्के... जिस पिच पर कोई फिफ्टी नहीं बना सका, वहां 21 साल के भारतीय ने जड़ा दोहरा शतक
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Smaran Ravichandran: 25 चौके-3 छक्के... जिस पिच पर कोई फिफ्टी नहीं बना सका, वहां 21 साल के भारतीय ने जड़ा दोहरा शतक

21 साल के भारतीय बल्लेबाज ने रणजी ट्रॉफी में कमाल करा दिया. कर्नाटक के स्मरण रविचंद्रन ने उस पिच पर दोहरा शतक लगाने का करिशमा किया, जहां मैच में अब तक कोई भी बल्लेबाज अर्धशतक बनाने में सफल नहीं हो सका है.

Smaran Ravichandran: 25 चौके-3 छक्के... जिस पिच पर कोई फिफ्टी नहीं बना सका, वहां 21 साल के भारतीय ने जड़ा दोहरा शतक

Smaran Ravichandran Double Century: रणजी ट्रॉफी का दूसरा राउंड 23 जनवरी से शुरू हो चुका है. कई युवा क्रिकेटर्स अपने शानदार प्रदर्शन से सुर्खियां बटोर रहे हैं. इसी कड़ी में अब करिश्मा किया है 21 साल के कर्नाटक के बल्लेबाज ने. पंजाब के खिलाफ खेलते हुए कर्नाटक के स्मरण रविचंद्रन ने दोहरा शतक जड़कर अपनी बैटिंग स्किल्स दिखाईं. बड़ी बात यह है कि उन्होंने उस पिच पर यह डबल सेंचुरी पूरी की, जहां अब तक दोनों टीमों का कोई भी बल्लेबाज एक अर्धशतक तक पूरा नहीं कर पाया.

28 बाउंड्री के साथ रविचंद्रन का दोहरा शतक

कर्नाटक के मिडिल ऑर्डर बल्लेबाज स्मरण रविचंद्रन पहली पारी में चौथे नंबर पर बैटिंग करने आए. उन्होंने 277 गेंदों का सामना करते हुए 203 रनों की बड़ी पारी खेली, जिसमें 25 चौके और तीन छक्के भी शामिल थे. कर्नाटक के टॉप ऑर्डर के लड़खड़ाने के बाद रविचंद्रन ने अपने इस दोहरे शतक से टीम को 475 रनों के बड़े टोटल तक पहुंचाने में मदद की, जिससे टीम मजबूत स्थिति में पहुंच गई, क्योंकि पहली पारी में पंजाब टीम सिर्फ 55 रनों पर ही ढेर हो गई थी.

अर्धशतक नहीं पाया कोई बल्लेबाज

स्मरण रविचंद्रन के इस दोहरे शतक से पता चलता है कि उनके बैटिंग करने की क्षमता है. बेंगलुरु के एम चिन्नास्वामी स्टेडियम की जिस पिच पर उन्होंने यह डबल सेंचुरी बनाई, वहां दोनों टीमों का कोई बल्लेबाज दूसरे दिन के स्टंप्स तक एक अर्धशतक भी नहीं बना पाया है. शुभमन गिल, प्रभसिमरन सिंह, मयंक अग्रवाल, देवदत्त पडिक्कल जैसे इंटरनेशनल स्टार्स भी यह मैच खेल रहे हैं. दूसरे दिन स्टंप्स तक पंजाब का स्कोर 24/2 है. टीम अभी 396 रन से पीछे है.

कौन हैं स्मरण रविचंद्रन?

कर्नाटक के इस बेहतरीन युवा बल्लेबाज ने हाल ही में घरेलू क्रिकेट में डेब्यू किया है. 6 फर्स्ट क्लास मैच, 9 लिस्ट ए मैच और 7 टी20 मैच खेल चुके स्मरण ने पहले ही सभी फॉर्मेट में कुल तीन शतक और एक दोहरा शतक लगाकर अपनी छाप छोड़ी. उनकी सबसे बेहतरीन उपलब्धि सीके नायडू ट्रॉफी के दौरान मिली, जहां उन्होंने 829 रन बनाए. साथ ही महाराजा टी20 ट्रॉफी में नाबाद शतक भी लगाया. 

कर्नाटक की सीनियर टीम द्वारा कई मौकों पर नजरअंदाज किए जाने के बावजूद स्मरण ने बहुत दृढ़ता और प्रतिबद्धता का परिचय दिया. हालांकि, उनके वर्षों की कठिन ट्रेनिंग का फल उन्हें मिला, जब उन्हें 2024/25 के लिए कर्नाटक की विजय हजारे ट्रॉफी टीम में शामिल किया गया. उन्होंने विदर्भ के खिलाफ फाइनल में शानदार शतक बनाकर अपनी टीम को 5वां खिताब जीतने में मदद की.

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