45 चौके और 376 रन... वो भी नाबाद! रणजी की सबसे खूंखार ओपनिंग जोड़ी, गेंदबाजों के छूटे पसीने
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45 चौके और 376 रन... वो भी नाबाद! रणजी की सबसे खूंखार ओपनिंग जोड़ी, गेंदबाजों के छूटे पसीने

मौजूदा रणजी ट्रॉफी सीजन में सर्विसेज के दो बल्लेबाजों ने इतिहास रच दिया. टीम के ओपनर बल्लेबाजों ने ओडिशा के खिलाफ मुकाबले की दूसरी पारी में 376 रनों की नाबाद साझेदारी की, जिससे उनके नाम रणजी इतिहास की सबसे बड़ी ओपनिंग पार्टनरशिप का रिकॉर्ड दर्ज हो गया.

45 चौके और 376 रन... वो भी नाबाद! रणजी की सबसे खूंखार ओपनिंग जोड़ी, गेंदबाजों के छूटे पसीने

Shubham Rohilla Suraj Vashisht 376 Runs Opening Parternship: मौजूदा रणजी ट्रॉफी सीजन में सर्विसेज के दो बल्लेबाजों ने इतिहास रच दिया. टीम के लिए ओपनिंग करते हुए इन बल्लेबाजों ने ओडिशा के खिलाफ मुकाबले की दूसरी पारी में 376 रनों की नाबाद साझेदारी की, जिससे उनके नाम रणजी इतिहास की सबसे बड़ी ओपनिंग पार्टनरशिप का रिकॉर्ड दर्ज हो गया. बड़ी बात यह कि दोनों बल्लेबाजों के बीच यह नाबाद साझेदारी हुई. एक ने शतक तो दूसरे ने दोहरा शतक जमकर टीम को बिना कोई विकेट गंवाए मैच जिता दिया. दोनों की पारियों में कुल मिलाकर 45 चौके शामिल रहे.

इस दो बल्लेबाजों ने रचा इतिहास 

सलामी बल्लेबाजों शुभम रोहिल्ला के नाबाद 209 रन और सूरज वशिष्ठ के नाबाद 154 रन की बदौलत सर्विसेज टीम ने रणजी ट्रॉफी इतिहास में दूसरा सबसे बड़ा लक्ष्य हासिल करते हुए ग्रुप ए के मैच में ओडिशा को 10 विकेट से हराया. रोहिल्ला और वशिष्ट के बीच पहले विकेट के लिए अटूट साझेदारी से सर्विसेज ने जीत के लिए मिले 376 रन के लक्ष्य को बिना कोई विकेट गंवाये हासिल कर लिया. 

छूटे गेंदबाजों के पसीने

ओडिशा के गेंदबाजों के इन दोनों बल्लेबाजों को आउट करने के लिए हर पैंतरा अपना लिया, लेकिन आउट करने में सफल नहीं रहे. सूरज ने अपनी 154 रनों की नाबाद पारी में 15 चौके और एक छक्का भी लगाया. उन्होंने 246 गेंदों का सामना करते हुए यह रन बनाए. उनके साथी शुभम ने 270 गेंदों का सामना करते हुए शानदार दोहरा शतक बनाया. 30 चौकों की मदद से शुभम ने 209 रन की नाबाद पारी खेली और सूरज के साथ मिलकर टीम को जीत दिलाकर ही लौटे.

सफल रन चेज करते हुए दूसरी सबसे बड़ी साझेदरी

वशिष्ठ और रोहिल्ला की नाबाद 376 रन की साझेदारी फर्स्ट क्लास क्रिकेट इतिहास में सफल चौथी पारी में सफलतापूर्वक लक्ष्य का पीछा करने के दौरान दूसरी सबसे बड़ी साझेदारी है. रणजी ट्रॉफी के इतिहास में सबसे बड़े लक्ष्य का पीछा करने का रिकॉर्ड रेलवे का है, जिसने अगरतला में पिछले साल त्रिपुरा के खिलाफ 378 रन बना जीत दर्ज की थी. ओडिशा ने अनिल परीदा के नाबाद 99 रन की मदद से अपनी दूसरी पारी में 394 बनाये. इससे पहले ओडिशा की पहली पारी में 180 रन के जवाब में सर्विसेज ने 199 रन बनाये थे. सर्विसेज ने चौथे दिन बिना किसी नुकसान के 46 रन से आगे खेलते हुए अपना दबदबा कायम किया. दोनों टीमें पहले ही नॉकआउट चरण से बाहर थीं.

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