Vastu Tips For Staircase: क्या आप जानते हैं कि नया घर बनवाते समय किस दिशा में सीढ़िया निकालना शुभ माना जाता है. जहां सीढ़ियों का निर्माण करने से परिवार पर आजीवन धन-दौलत की बरसात होती रहती है.
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Vastu Tips For Staircase in Hindi: हमारे जीवन में वास्तु शास्त्र का बहुत महत्व माना जाता है. चाहे नया मकान बनवाना हो या पुराने का रिनोवेशन करवाना हो, उसमें वास्तु नियमों का पालन एक आवश्यक तत्व होता है. घर का किचन किस कोने में हों, सीढ़ियां किस दिशा में निकाली जाएं, बाथरूम कहां पर हो. इन सब मुद्दों पर हम वास्तु के नियमों के अनुसार ही आगे बढ़ते हैं. काफी सारे लोगों के मन में अक्सर सवाल उठता है कि घर की सीढ़ियां किस दिशा में बनाई जानी चाहिए. आज आपको इस बारे में विस्तार से बताने जा रहे हैं, जिससे आप भविष्य के एक बड़े संकट से खुद को बचा सकेंगे.
किस दिशा में नहीं होना चाहिए सीढ़ियां?
वास्तु शास्त्रियों के अनुसार, ईशान कोण यानी उत्तर-पूर्व दिशा में देवी देवताओं का वास होता है. ऐसे में यह दिशा बहुत शुभ होती है लेकिन वास्तुशास्त्र के मुताबिक, इस दिशा में सीढ़ियों का निर्माण नहीं करवाना चाहिए. ऐसा करने से बिजनेस में नुकसान झेलना पड़ता है. साथ ही सेहत संबंधी परेशानियां भी होती हैं. लिहाजा इससे बचना चाहिए.
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, घर में सीढ़ियां बनाने के लिए कभी भी उत्तर, पूर्व, आग्नेय या ईशान कोण का चुनाव नहीं करना चाहिए. यदि आप पूर्व दिशा में सीढ़ियां बनवाते हैं तो इससे परिवार को हृदय रोग का खतरा बढ़ता है. साथ ही आपके हाथ से अच्छे अवसर फिसलने लग जाते हैं और आप आर्थिक परेशानियों में भी घिर सकते हैं. यह दिशाएं सीढ़ियों के लिहाज से उचित नहीं मानी जाती.
क्या दक्षिण दिशा में बन सकते हैं सीढ़ियां?
वास्तुशास्त्र में कहा गया है कि दक्षिण दिशा यमराज की मानी जाती है. ऐसे में इस दिशा में बाथरूम या रसोई बनाना अशुभ माना जाता है लेकिन सीढ़ियों के लिहाज से यह दिशा शुभ रहती है. कहते हैं कि दक्षिण दिशा में घर की सीढ़ियां बनाने से परिवार की तरक्की होती है और सदस्यों को धनलाभ के साथ ही समाज में मान-सम्मान भी मिलता है. इससे परिवार आर्थिक प्रगति के मार्ग पर भी आगे बढ़ता है.
कितनी रखनी चाहिए सीढ़ियों की संख्या?
अब सवाल आता है कि यदि आप दक्षिण दिशा में सीढ़ियां बनवा रहे हैं तो उनकी संख्या कितनी रखनी चाहिए. तो इसका जवाब है कि सीढ़ियों की संख्या विषम होनी चाहिए यानी कि वे 2 संख्या से भाग न दी जा सकें. मसलन 11, 13,15, 17, 19, 21 आदि. इन सीढ़ियों की दिशा उत्तर से दक्षिण की ओर होना बेहतर माना जाता है. साथ ही यह भी ध्यान रखें कि सीढ़ियां चढ़ते समय आपका मुंह दक्षिण या पश्चिम दिशा की ओर होना चाहिए. वहीं उतरते समय आपका मुंह पूर्व या उत्तर दिशा की ओर हो.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)