Viral News: एसबीआई कार्ड के ग्राहक रतन ढिल्लों ने अपनी पोस्ट में लिखा, "ऐसा मैसेज भेजने की हिम्मत अविश्वसनीय है... यह व्यवहार बिल्कुल अस्वीकार्य है. बैंक को मुझसे माफी मांगनी चाहिए... यह सच में दयनीय है."
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SBI Cards Executive Viral News: हाल ही में एक व्यक्ति को एसबीआई क्रेडिट कार्ड के एक्जीक्यूटिव की तरफ से एक बदतमीजी भरा मैसेज मिला. यह मैसेज उसकी बकाया पेमेंट को लेकर था. इस पर ग्राहक रतन ढिल्लों ने एक्स (Twitter) पर अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए लिखा, "ऐसा मैसेज भेजने की हिम्मत कैसे हुई? यह बिल्कुल गलत है और बैंक को मुझसे माफी मांगनी चाहिए." इसके बाद एसबीआई कार्ड ने जवाब देते हुए माफी मांगी और कहा कि उनका प्रतिनिधि जल्द ही ग्राहक से संपर्क करेगा.
SBI एग्जीक्यूटिव की शर्मनाक हरकत
रतन ढिल्लों ने अपनी कमेंट में लिखा, "मुझे इस बातचीत में कोई दिलचस्पी नहीं है, लेकिन मैं आपको सिर्फ यह बताना चाहता था कि आपके कर्मचारी ने कॉल पर मुझसे कहा, 'शर्म नहीं है आपको? भुगतान समय पर करना चाहिए, ड्यू डेट के बाद अक्ल आती है.' और मेरे पास इसकी रिकॉर्डिंग भी है." उन्होंने अपनी पोस्ट में लिखा, "क्या आप यकीन कर सकते हैं कि यह कोई फर्जी मैसेज नहीं है? हां, यह SBI का आधिकारिक संदेश है! ऐसा कुछ भेजने की हिम्मत करना वाकई चौंकाने वाला है." आगे बताया कि जब उन्होंने जांच की, तो पता चला कि उनके क्रेडिट कार्ड पर सिर्फ 2-3 हजार रुपये बकाया थे. बावजूद इसके, SBI के प्रतिनिधि ने उनके सभी डिटेल्स वेरिफाई किए, जिससे साफ हो गया कि वह सच में SBI से थीं.
पोस्ट देखकर यूजर तरह-तरह के कमेंट
Can you believe this isn’t a fraud text!Yes, it’s an official message from SBI! The audacity to send something like this is unbelievable.
Upon checking, I found that I had a small credit card due of 2-3k, and the representative verified all my details—she was indeed from SBI.… pic.twitter.com/4f4UAsnXk5
— Rattan Dhillon (@ShivrattanDhil1) February 18, 2025
इस घटना ने सोशल मीडिया पर ग्राहक सेवा की गुणवत्ता को लेकर बहस छेड़ दी. कई लोगों ने इस पर अपनी प्रतिक्रिया दी. एक यूजर ने लिखा, "SBI की कस्टमर सर्विसिंग की प्रक्रिया शायद ऐसी ही है." दूसरे यूजर ने बताया कि उन्होंने भी ऐसी ही समस्या झेली है. उन्होंने कॉल रिकॉर्डिंग और अन्य डिटेल्स भी साझा किए, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई. एक अन्य ने लिखा, "यह सिर्फ 'असुविधा' नहीं है, बल्कि बैंक के खराब सेवा स्तर को दिखाता है. ऐसा लग रहा है कि अब प्रोफेशनलिज्म और नैतिकता जैसी चीजें खत्म हो गई हैं."