MP News:एमपी के इंदौर से एक बेहद ही खूबसूरत तस्वीर सामने आई है. जहां महाकुंभ में गंगा स्नान करने के लिए लोगों की भीड़ लगी है, वहीं इंदौर के सेंट्रल जेल के कैदियों ने प्रयागराज नहीं जा सकते तो जेल में ही जुगाड़ कर लिया.
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Indore Jail News: मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर के सेंट्रल जेल से एक बेहद ही अनोखी खबर सामने आई है. शहर के जेल से जो नजारा देखने को मिला उसे शायद ही भारत के किसी दूसरे राज्य में देखा गया हो. दरअसल, इंदौर के सेंट्रल जेल में महाकुंभ से गंगाजल लाया गया और जेल के अंदर कैदियों को इस पवित्र जल से गंगा स्नान करने का मौका मिला. बताया जा रहा कि जेल के अंदर आयोजित विशेष कार्यक्रम के दौरान 2400 कैदियों ने गंगा स्नान किया.
स्नान से पहले रखा उपवास
144 साल बाद प्रयागराज में लगे महाकुंभ मेले को लेकर सभी के अंदर उत्साह देखा जा रहा है. महाकुंभ में गंगा स्नान को लेकर लोगों में इतनी उत्साह है कि ट्रेन हो या फिर फ्लाइट कही भी टिकट आसानी से उपलब्ध नहीं है और ट्रेनों में जो भीड़ की खबरे सामने आ रही सो अलग. इन्ही सब खबरों के बीच इंदौर के सेंट्रल जेल के कैदियों ने गंगा स्नान कर खुद को इस पुण्य कार्य में शामिल किया है. बताया जा रहा कि जेल में आयोजित इस पुण्य स्नान से पहले कई बंदियों ने उपवास रखा था. गंगा स्नान करने के बाद ही सभी कैदियों ने भोजन किया था. इतना ही नहीं जेल में मौजूद कैदियों ने समाज सेवा और अपनी जिंदगी में सकारात्मक कार्य करने का संकल्प भी लिया है.
प्रयागराज से मंगाया गया था जल
आज जहां भारत का हर आदमी प्रयागराज जा कर महाकुंभ मेले में गंगा स्नान कर रहा वहीं दूसरी ओर इंदौर के सेंट्रल जेल में बंद कैदी इस पवित्र कार्य से वंचित न रह जाए इसके लिए जेल में विशेष तौर पर प्रयागराज से गंगा जल मंगवाया गया था. बताया जा रहा कि केंद्रीय जेल अधीक्षक अलका सोनकर ने अपने परिचितों की मदद से विशेष रूप से शाही स्नान के दिन का गंगाजल इंदौर मंगवाया था. जेल परिसर में ही अलग-अलग कुंड बनाकर उसमें गंगाजल डाला गया था वहीं महिला और पुरुष बंदियों के लिए अलग-अलग स्नान की व्यवस्था की गई थी.
इंदौर सेंट्रल जेल की अनोखी पहल
जेल अधीक्षक अलका सोनकर ने बताया कि प्रदेश में इंदौर सेंट्रल जेल की ये पहल सबसे अनोखी है, शायद ही ऐसा कुछ पहले कभी हुा हो. इंदौर सेंट्रल जेल पहली ऐसी जेल बनी है जहां इस तरह का आयोजन किया गया है. अलका सोनकर ने आगे बताया कि प्रदेश सरकार का उद्देश्य जेल में कैद बंदियों को समाज की मुख्यधारा से जोड़ना है, जिससे उन्हें यह महसूस हो कि वे भी इस समाज का हिस्सा है और समाज भी उनकी परवाह करता है.