सीने की चुभन को गैस समझकर न करें नजरअंदाज, हो सकता है हार्ट अटैक का संकेत! इस तरह पहचानें
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सीने की चुभन को गैस समझकर न करें नजरअंदाज, हो सकता है हार्ट अटैक का संकेत! इस तरह पहचानें

अक्सर लोग सीने में महसूस होने वाली हल्की चुभन या जलन को बस गैस की समस्या समझ लेते हैं, पर यह लक्षण कभी-कभी दिल के दौरे का पहला संकेत भी हो सकता है. 

सीने की चुभन को गैस समझकर न करें नजरअंदाज, हो सकता है हार्ट अटैक का संकेत! इस तरह पहचानें

अक्सर लोग सीने में महसूस होने वाली हल्की चुभन या जलन को बस गैस की समस्या समझ लेते हैं, पर यह लक्षण कभी-कभी दिल के दौरे का पहला संकेत भी हो सकता है. विशेषज्ञों के अनुसार, समय रहते इन चेतावनी संकेतों को पहचान लेना जान बचाने में अहम भूमिका निभा सकता है.

हार्ट अटैक के दौरान सीने में जो दर्द होता है, वह अक्सर दबाव, भारीपन या सिचुआसन के रूप में महसूस होता है. यह दर्द अचानक शुरू हो सकता है और कभी-कभी बाएं हाथ, गर्दन, जबड़े या पीठ तक फैल जाता है. मशहूर कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. रमेश शर्मा ने बताया कि सीने में चुभन या दर्द को हमेशा हल्के में नहीं लेना चाहिए. अगर दर्द सांस लेने में तकलीफ, ठंडे पसीने, उल्टी या ज्यादा थकान के साथ जुड़ा हो तो यह हार्ट अटैक का प्रारंभिक संकेत हो सकता है.

हार्ट अटैक और गैस दर्द में अंतर
गैस के कारण होने वाला दर्द आमतौर पर खाने के बाद आता है और कुछ समय में खुद ही कम हो जाता है. इसके साथ पेट में उबाल या सूजन की शिकायत भी हो सकती है. वहीं, हार्ट अटैक का दर्द निरंतर और गंभीर होता है, जो आराम करने या बैठने पर भी नहीं जाता. ऐसे में यदि दर्द में कोई सुधार न हो या और लक्षण भी सामने आएं, तो तुरंत चिकित्सा सहायता लें.

रिस्क फैक्टर और बचाव के उपाय
हाई ब्लड प्रेशर, डायबिटीज, धूम्रपान, मोटापा और खराब लाइफस्टाइल हार्ट अटैक के प्रमुख रिस्क फैक्टर हैं. विशेषज्ञ बताते हैं कि नियमित जांच और हेल्दी डाइट, व्यायाम, तनाव प्रबंधन से इन खतरों को काफी हद तक कम किया जा सकता है. साथ ही, हार्ट अटैक के लक्षणों के बारे में जागरूकता बढ़ाने से समय रहते सही कदम उठाना संभव होता है.

क्या करें जब सीने में दर्द हो?
यदि आपको सीने में अचानक से चुभन, भारीपन या जलन का अनुभव हो, तो तुरंत आराम करें और यदि दर्द बढ़ने लगे या अन्य लक्षण जैसे कि सांस लेने में तकलीफ, ठंडे पसीने, उल्टी आदि भी महसूस हों, तो फौरन एम्बुलेंस को कॉल करें. डॉक्टरों का मानना है कि प्रायोरिटी से इलाज शुरू करना और समय रहते अस्पताल पहुंचना दिल के दौरे के गंभीर परिणामों को टालने में मदद करता है.

Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.

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