अक्सर लोग यह मानते हैं कि दांतों की सफाई न रखने से सिर्फ कैविटी, सड़न और मसूड़ों की बीमारियां होती हैं, लेकिन खराब ओरल हाइजीन कैंसर जैसी घातक बीमारी का कारण भी बन सकती है.
Trending Photos
अक्सर लोग यह मानते हैं कि दांतों की सफाई न रखने से सिर्फ कैविटी, सड़न और मसूड़ों की बीमारियां होती हैं, लेकिन खराब ओरल हाइजीन कैंसर जैसी घातक बीमारी का कारण भी बन सकती है. दांतों और मसूड़ों की गंदगी सिर्फ मुंह तक सीमित नहीं रहती, बल्कि यह शरीर में कई गंभीर बीमारियों को जन्म दे सकती है, जिनमें ओरल कैंसर (मुंह का कैंसर) भी शामिल है.
विशेषज्ञों के अनुसार, जब हम अपने दांतों और मसूड़ों की ठीक से देखभाल नहीं करते, तो मुंह में बैक्टीरिया पनपने लगते हैं. ये बैक्टीरिया धीरे-धीरे संक्रमण को बढ़ाते हैं और मसूड़ों में सूजन (गंम डिजीज) का कारण बनते हैं. लंबे समय तक सही देखभाल न करने पर यह संक्रमण कैंसर सेल्स को बढ़ावा दे सकता है.
इन संकेतों को न करें नजरअंदाज
* मुंह में बार-बार छाले होना: अगर आपके मुंह में बार-बार छाले होते हैं और लंबे समय तक ठीक नहीं होते, तो यह कैंसर का संकेत हो सकता है.
* मसूड़ों से खून आना: ब्रश करने या कुछ खाने के दौरान मसूड़ों से खून आना ओरल हेल्थ की बड़ी समस्या का संकेत हो सकता है.
* मुंह से दुर्गंध आना: अगर मुंह से बदबू लगातार बनी रहती है, तो यह बैक्टीरिया के अधिक बढ़ने का संकेत है, जो आगे चलकर गंभीर बीमारी में बदल सकता है.
* जीभ या मसूड़ों पर सफेद या लाल चकत्ते: यह कैंसर के शुरुआती लक्षण हो सकते हैं, जिन्हें नजरअंदाज करना खतरनाक हो सकता है.
* चबाने या निगलने में दिक्कत: अगर आपको कुछ भी खाने-पीने में तकलीफ हो रही है और यह समस्या लंबे समय तक बनी हुई है, तो डॉक्टर से जरूर मिलें.
ओरल कैंसर से बचने के लिए अपनाएं ये उपाय
* दिन में कम से कम दो बार ब्रश करें और फ्लॉस का इस्तेमाल करें.
* एंटी-बैक्टीरियल माउथवॉश का उपयोग करने से मुंह में बैक्टीरिया पनपने से रोका जा सकता है.
* सिगरेट, तंबाकू और शराब ओरल कैंसर के सबसे बड़े कारणों में से एक हैं. इनसे बचकर ही आप अपने दांतों और शरीर को स्वस्थ रख सकते हैं.
* हरी सब्जियां, फल और डेयरी प्रोडक्ट्स का सेवन करें, जिससे दांत और मसूड़े मजबूत बने रहें.
* हर 6 महीने में एक बार डेंटिस्ट से अपने दांतों की जांच करवाएं, ताकि किसी भी समस्या का जल्द पता चल सके.
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.