Adani Group: करार के तहत इरेलिया फ्रेंचाइजी में 33 प्रतिशत की हिस्सेदारी बनाए रखेगी. इस डील के साथ भारत के तेजी से बढ़ते स्पोर्ट सेक्टर में टॉरेंट ग्रुप ने एंट्री कर लिया है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार इस डील के लिए अडानी ग्रुप भी कोशिश कर रहा था.
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Gujarat Titans IPL Team: अंबानी फैमिली के बाद अडानी ग्रुप की तरफ से भी आईपीएल में निवेश करने की कोशिश की गई थी. लेकिन अडानी की यह कोशिश कामयाब नहीं हो सकी. देश के दूसरे सबसे बड़े अरबपति के इन अरमानों पर टॉरेंट ग्रुप की तरफ से पानी फेर दिया गया. टॉरेंट ग्रुप की तरफ से बुधवार को इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) फ्रेंचाइजी गुजरात टाइटंस में मेजर स्टेक को टेकओवर करने की घोषणा की. यह अधिग्रहण कितने में हुआ है, इसको लेकर किसी तरह का खुलासा नहीं किया गया. हालांकि कुछ मीडिया रिपोर्ट में दावा किया जा रहा है कि यह डील 5000 करोड़ रुपये में हुई है.
गुजरात टाइटंस में 67% का स्टेक हासिल करने का करार
टॉरेंट ग्रुप की तरफ से जारी बयान में कहा गया, 'होल्डिंग कंपनी टॉरेंट इनवेस्टमेंट प्राइवेट लिमिटेड (TIPL) के जरिये सीवीसी कैपिटल पार्टनर्स (इरेलिया स्पोर्ट्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड) से आईपीएल फ्रेंचाइजी गुजरात टाइटंस में 67 प्रतिशत का स्टेक हासिल करने का करार किया है.' यह लेन-देन अलग-अलग मंजूरियों (बीसीसीआई से अनुमोदन सहित) के तहत है. इस करार के तहत इरेलिया फ्रेंचाइजी में 33 प्रतिशत की हिस्सेदारी बनाए रखेगी. इस डील के साथ भारत के तेजी से बढ़ते स्पोर्ट सेक्टर में टॉरेंट ग्रुप ने एंट्री कर लिया है.
साल 2021 में दोनों चूक गए थे मौका
इस डील की जानकारी देते हुए टोरेंट ग्रुप के निदेशक जिनल मेहता ने कहा, 'भारत में खेलों को प्रमुखता मिल रही है, इसलिए टॉरेंट को तेजी से बढ़ते इस सेक्टर में संभावनाएं दिख रही है.' आपको बता दें अडानी ग्रुप और टोरंट ग्रुप साल 2021 में अहमदाबाद की IPL टीम गुजरात टाइटंस को खरीदने का मौका चूक गया था. इसके बाद दोनों की तरफ से गुजरात टाइटंस में हिस्सेदारी लेने की कोशिश की जा रही थी. पिछले दिनों ईटी की रिपोर्ट में दावा किया गया था कि सीवीसी कैपिटल पार्टनर्स टीम का कंट्रोलिंग स्टेक बेचने के लिए अडानी ग्रुप और टॉरेंट ग्रुप से बातचीत कर रही है.
फरवरी 2025 तक लगा रखी थी रोक
दरअसल, इस डील को फाइनल होने में देरी इसलिए हुई क्योंकि बीसीसीआई (BCCI) ने गुजरात टाइटंस को को फरवरी 2025 तक हिस्सेदारी बेचने से रोका हुआ था. यही कारण है कि डील की खबर मीडिया में आने के करीब सात महीने बाद इस डील के फाइनल होने की जानकारी दी गई. CVC कैपिटल भी अपने हिस्से को मुनाफा कमाकर बेचना की कोशिश में था. साल 2021 में बीसीसीआई ने आईपीएल में दो नई शहरों पर आधारित टीम में शामिल होने के लिए बोली लगाई थी. अहमदाबाद सबसे ज्यादा चर्चा वाला शहर था. उस दौरान अडानी ग्रुप ने 5100 करोड़ और टोरेंट ग्रुप ने 4653 करोड़ की बोली लगाई थी.