आधा शरीर बेकार, 6 साल में डूबे 5 कारोबार, जेब में बचे थे सिर्फ ₹4000...निखिल कामथ के छूते ही 'सोना' बनी कंपनी, अब हर दिन लाखों में कमाई
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आधा शरीर बेकार, 6 साल में डूबे 5 कारोबार, जेब में बचे थे सिर्फ ₹4000...निखिल कामथ के छूते ही 'सोना' बनी कंपनी, अब हर दिन लाखों में कमाई

Vikram Pai Success Story: सक्सेसफुल बिजनेसमैन का पैसा सबको दिखता है, लेकिन इस बिजनेस को खड़ा करने के पीछे की मेहनत को कोई नहीं देखता है. सालों तक बिना रुके किसी काम के पीछे लगे रहना आसान नहीं है.  अगर जेब में पैसे भी न तो संघर्ष और लंबा हो जाता है.

आधा शरीर बेकार, 6 साल में डूबे 5 कारोबार, जेब में बचे थे सिर्फ ₹4000...निखिल कामथ के छूते ही 'सोना' बनी कंपनी, अब हर दिन लाखों में कमाई

Vikram Pai: सक्सेसफुल बिजनेसमैन का पैसा सबको दिखता है, लेकिन इस बिजनेस को खड़ा करने के पीछे की मेहनत को कोई नहीं देखता है. सालों तक बिना रुके किसी काम के पीछे लगे रहना आसान नहीं है.  अगर जेब में पैसे भी न तो संघर्ष और लंबा हो जाता है. बेंगलुरु के एंटरप्रेन्योर विक्रम पाई की कहानी भी रोंगटे खड़ी कर देने वाली है.  

आधा शरीर बेकार  

विक्रम पाई ने ReferRush नाम से अपनी कंपनी शुरू की. अपनी सारी जमापूंजी इसमें झोंक दी, लेकिन सफलता उसने दूर भागती जा रही थी.  6 साल में 5 बिजनेस में फेल हो चुके विक्रम ने 2 करोड़ रुपये गंवा दिए थे. हालात दिन पर दिन खराब होती जा रही थी, शरीर का आधा हिस्सा पैरालाइज्ड हो चुका था.  विक्रम के पास रास्ते बमद होते जा रहे थे. उन्होंने खुद अपने संघर्ष के दिनों को याद करते हुए कहा है कि एक वक्त ऐसा भी आ गया, जब उनकी जेब में सिर्फ 4000 रुपये बचे थे. उनके पास इतने पैसे नहीं थे कि वो अपने स्टाफ को सैलरी दे सकें. सब खत्म होता जा रहा था. दोस्तों ने मुंह मोड़ना शुरू कर दिया. उन्हें ताने मिलने लगे कि वो एलन मस्क बनने की कोशिश कर रहे हैं. धीरे-धीरे घर वालों का भी उनपर से भरोसा टूटता जा रहा था. चीजें सही नहीं चल रही थी, लेकिन हार मानने के बजाए विक्रम डटे रहे.  

भाग्य ने मारी पलटी  

विक्रम को भरोसा था कि उनके पास खाने के लिए भोजान है, रहने के लिए छत है तो वो कोशिश करते रहेंगे. उनके जिद के आगे किस्मत ने भी पलटी मारी. चीजें उस वक्त बदलने लगी जब उनकी कंपनी को जीरोधा (  Zerodha) को फाउंडर निखिल कामथ ( Nikhil Kamath) से फंडिंग मिली. विक्रम की कंपनी ReferRush को 2,400 से ज्यादा स्टार्टअप्स में से WTFund ग्रांट के लिए चुना गया. 

हर दिन लाखों में कमाए  
विक्रम ने खुद सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए बताया कि एक वक्त था, जब उनकी कंपनी को 1 लाख रुपये कमाने में 4 महीने लग गए थे, लेकिन अब यह हर दिन 1.5 लाख रुपये की कमाई कर रही है. कंपनी तेजी से बढ़ रही है. बता दें कि रेफररश (ReferRush)एक ई-कॉमर्स रेफरल सेल्‍स प्लेटफॉर्म है, जो  व्यवसायों को अपने ग्राहकों के जरिये नए ग्राहक पाने में मदद करता है. रेफरल मार्केटिंग प्लेटफॉर्म के जरिए  कंपनी पैसा बनाती है.  

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