India Bangladesh Border News: भारत-बांग्लादेश बॉर्डर पर बुलडोजर स्ट्राइक हुई और BSF ने बांग्लादेशी कट्टरपंथियों की घुसपैठ वाली साजिश को तहस-नहस कर दिया.
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India Bangladesh Tension: अब तक आपने बुलडोजर को अतिक्रमण हटाते हुए देखा. अब तक आपने पीले पंजे को अवैध कब्जे का सफाया करते हुए देखा. लेकिन इस बार जिस तरह से बीएसफ की मुस्तैदी से भारत-बांग्लादेश बॉर्डर पर बुलडोजर स्ट्राइक हुई और यकीन मानिए बॉर्डर पर चले बुलडोजर ने मोहम्मद यूनुस की अगुवाई वाली बांग्लादेश सरकार के कट्टरपंथियों की घुसपैठ वाली साजिश को तार-तार कर दिया. एक तरफ भारत का बुलडोजर पीले पंजे से जमीन को खोद रहा था तो दूसरी ओर खुदाई की जगह से लोहे का विशालकाय कंटेनर पड़ा मिला. दरअसल, ये कोई कंटेनर नहीं बल्कि बंकर है जिसका इस्तेमाल बांग्लादेशी घुसपैठ और तस्करी के लिए करते थे.
खुफिया इनपुट पर कामयाबी
BSF की खुफिया विंग ने दावा किया कि इन बंकरों का निर्माण बांग्लादेशी घुसपैठियों और तस्करों ने किया था. जमीन के भीतर इन बंकरों को कोहरे का फायदा उठाते हुए बनाया गया. दरअसल, पश्चिम बंगाल के नदिया जिले में. BSF को एक खुफिया इनपुट मिला. इस इनपुट के आधार पर भारत-बांग्लादेश बॉर्डर पर कुछ संदिग्ध गतिविधियां देखने को मिलीं. लिहाजा इसकी पड़ताल करने के लिए BSF की टीम पहुंची. बीएसफ ने बहुत जल्द इस साजिश का भंडाफोड़ कर दिया.
बता दें कि पड़ताल के दौरान खेतों के बीच BSF को नदिया जिले के तुंगी सीमा क्षेत्र के पास तीन भूमिगत बंकर मिले थे. बंकरों को छुपाने के लिए ऊपर कमरा बनाया था. बंकरों से 50 हजार अवैध नशीली सिरप बरामद हुई. फेंसेडिल सिरप की कीमत 1 करोड़ 40 लाख रुपए है.
घुसपैठियों को छिपाने के लिए बनाए बंकर
बीएसएफ के इंटेलिजेंस विंग ने बताया कि बांग्लादेशियों का मकसद सिर्फ दवा की तस्करी करना नहीं, बल्कि मुख्य रूप से इन बंकरों का इस्तेमाल घुसपैठियों को छिपाने के लिए किया जाता था. इस खेल में पश्चिम बंगाल के कुछ दलाल भी शामिल थे. आखिर वो लोग कौन है? फिलहाल जांच एंजेसिंया ये पता लगाने में जुटी है. लेकिन इस मामले के सामने आने के बाद बीजेपी, पश्चिम बंगाल की TMC सरकार और पुलिस पर संगीन आरोप लगा रही है.
बीजेपी विधायक ग्निमित्रा पॉल ने कहा, 'तोलबाजी के बंटवारे का हिसाब मिल जाता है तो पुलिस कुछ नहीं कहती है. ममता बनर्जी सब कुछ जानती है किस तरह तस्कर ये एक्टिव है. कुछ नहीं कलती क्यों कि हिस्सा उन्हें भी जाता है. खैर बंकरों के मिलने के बाद BSF ने पूरी इलाके को अपने कब्जे में ले लिया है. फिर बुलडोजर के जरिए बंकरों को निकालने का काम किया गया.