Turkey Vulture: टर्की गिद्ध काफी ज्यादा खतरनाक होते हैं. ये हमलावरों से बचने के लिए वोमिटिंग करते हैं. जो सामान्य एसिड से भी ज्यादा ताकतवर होता है. आइए जानते हैं इनके बारे में.
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Turkey Vulture: दुनिया भर में ऐसे कई पक्षी पाए जाते हैं जिन्हें देखने के बाद लोगों को आश्चर्य होता है. इनकी गतिविधि अन्य पक्षियों से अलग होती है. टर्की गिद्धों की कहानी भी कुछ ऐसी ही है. ये गिद्ध सामान्य गिद्ध नहीं है. इनके पास कुछ ऐसी तरकीब है जिसकी वजह से इन पर हमला करने वाले लोग दूर चले जाते हैं. ये हमलावरों पर एसिड और सेमी डाइजेस्टेड मीट की वोमिटिंग करते हैं. जानिए इनके गिद्धों के बारे में.
गिद्धों के पास गजब की तरकीब
टर्की गिद्ध उपोष्णकटिबंधीय जंगल, झाड़ियाँ और रेगिस्तान शामिल हैं. जानकारी के अनुसार इनके सिर गंजे होते हैं ताकि ये शव को खाने लगे तो उनके पंखों में खून और आंत न फंसे. इन गिद्धों के भागने का तरीका अनोखा है. जब इन्हें धमकाया या डराया जाता है तो ये हमलावरों पर एसिड और सेमी डाइजेस्टेड मीट की वोमिटिंग करते हैं. ये काफी ज्यादा खतरनाक होता है. ऐसा कहा जाता है कि गैस्ट्रिक एसिड बैटरी एसिड जितना ही मजबूत होता है. ये मानव पेट में पाए जाने वाले एसिड से 100 गुना अधिक मजबूत होता है.
ऐसा कहा जाता है कि ये 10 फीट तक वोमिटिंग कर सकते हैं. इसकी वजह से हमलावरों का ध्यान भटक जाता है. वोमिटिंग जहां एक तरफ हमला करने वालों के लिए घातक है वहीं दूसरी तरफ इससे इन गिद्धों का शरीर हल्का हो जाता है और बचने के लिए आसानी के साथ ये उड़ सकते हैं.
टर्की गिद्ध गर्मी के मौसम में खुद को ठंडा रखने के लिए अपने पैरों पर डिफेक्शन और पेशाब करते हैं. ऐसा करके ये पाचन रस बैक्टीरिया को मारते हैं. इसके अलावा कहा जाता है कि उनके पैरों पर डिफेक्शन करना एंटीसेप्टिक वॉश के रूप में भी काम करता है.
इसके अलावा बता दें कि ये काफी नीचे उड़ते हैं ताकि जानवरों के सड़न से पहले ये पता लगा पाएं कि ये खाने योग्य है कि नहीं. 2022 में इकोसिस्टम सर्विसेज नामक पत्रिका में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, गिद्ध हर साल शवों को सड़ने और ग्रीनहाउस गैसों को छोड़ने से पहले खाकर लाखों मीट्रिक टन कार्बन उत्सर्जन को रोकते हैं.
टर्की गिद्धों को लेकर कहा जाता है कि ये अपने अंडे जमीन पर देते हैं और उन्हें वनस्पतियों, गुफाओं या खोखले पेड़ों में छिपा देते हैं. इनमें सिरिंक्स नहीं होता है. ये गाने के बजाय घुरघुराहट और फुफकार के ज़रिए बातचीत करते हैं.