बुध, शुक्र, मंगल, बृहस्पति और शनि, ये सभी इतने चमकीले हैं कि इन्हें नंगी आंखों से देखा जा सकता है, जबकि यूरेनस और नेपच्यून को देखने के लिए दूरबीन या टेलीस्कोप की ज़रूरत होती है. हम इस घटना को घटित होते हुए अब 28 फ़रवरी को देखेंगे.
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महाकुंभ 2025 की शुरुआत 13 जनवरी को हुई. अब महाकुंभ धीरे-धीरे अपने समापन पर पहुंच गया है. इसी दौरान आसमान में एक दुर्लभ खगोलीय घटना यानी ग्रहों की कथित 'बीटिंग द रिट्रीट' चल रही है. दरअसल सौरमंडल के सात बड़े ग्रह एक साथ दिख रहे हैं. इन 7 ग्रहों में बुध, शुक्र, मंगल, बृहस्पति, शनि, यूरेनस और नेपच्यून रात के समय आकाश में दिखाई देंगे. रिपोर्ट के मुताबिक ग्रहों की परेड जनवरी में शुक्र, मंगल, बृहस्पति, शनि, यूरेनस और नेपच्यून की दृश्यता के साथ शुरू हुई थी, ग्रहों की ये परेड जब फरवरी में खत्म होगी जब बुध भी लाइनअप में शामिल हो जाएगा और लगभग उसी समय महाकुंभ का समापन हो रहा होगा.
कुंभ को आसमान से विदाई देंगे 7 ग्रह? दिखेगा अद्भुत नजारा
ये अद्भुत खगोलीय घटनाक्रम 28 फरवरी, 2025 को अपने चरम पर तब पहुंचेगा, जब सभी सात ग्रह सूर्य के एक तरफ एक सीध में होंगे. ग्रहों का संरेखण' (Planetary Alignment) अपने आप में एक अद्भुत अखोलीय घटनाक्रम होगा. ग्रहों की इस परेड के दौरान, पर्यवेक्षक बिना किसी ऑप्टिकल सहायता यानी खास चश्मे के पांच ग्रहों बुध, शुक्र, मंगल, बृहस्पति और शनि को देखने की उम्मीद कर सकते हैं.
हाल ही में आकाश में आकाशगंगा का एक दुर्लभ नजारा उस रात देखने को मिला जब शुक्र, मंगल, बृहस्पति, शनि, यूरेनस और नेपच्यून ग्रहों की एटीएक्स स्थिति देखी गई, खगोलविदों के लिए एक सुखद दृश्य था. अब लगभग वैसी खगोलीय घटना 28 फरवरी को दुनियाभर के दर्शकों के लिए और अधिक हसीन, खूबसूरत और आकर्षक हो जाएगी, जब कुछ और प्लैनेट इस परेड में शामिल होंगे. वैज्ञानिकों के अनुसार, हमारे सौर मंडल के सभी सात ग्रह एक सीध में आ जाएंगे और पृथ्वी से दिखाई देंगे.
अब कब होगा ऐसा?
एक अमेरिकी लैब के डायरेक्टर जेरार्ड वैन बेले ने बताया कि बुध सहित सभी सात ग्रह 28 फरवरी की रात को एक शानदार नजारा पेश करेंगे. ऐसा तब होता है जब सभी ग्रह सूर्य के एक ही तरफ पंक्तिबद्ध होते हैं. ऐसी स्थिति में हम रात के आकाश में कई ग्रह देख सकते हैं.
ब्रिटेन में फिफ्थ स्टार लैब्स के विज्ञान संचारक और खगोलशास्त्री जेनिफ़र मिलार्ड के मुताबिक, 'आप Google पर सभी ग्रहों का और शानदार नजारा देख सकेंगे. ये दुर्लभ नजारा 45 दिवसीय महाकुंभ मेले के दौरान तब देखा गया था जब 6-ग्रह एक साथ एक रेखा में आए थे.
आसमान में ये संरेखण उसी समयावधि में हो रहा है जब दुनिया का सबसे बड़ा सांस्कृतिक आयोजन महाकुंभ प्रयागराज में चल रहा है. जिसे देवताओं और ग्रहों द्वारा महाकुंभ की विदाई से जोड़ कर देखा जा रहा है.