जम्मू-कश्मीर में महसूस किए गए भूकंप के झटके, दहशत में हैं लोग
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जम्मू-कश्मीर में महसूस किए गए भूकंप के झटके, दहशत में हैं लोग

Kupwara Earthquake: 17 फरवरी को दिल्ली-एनसीआर में जोरदार भूकंप आया था, जिसका केंद्र दिल्ली रहा था. दिल्ली-एनसीआर में सोमवार सुबह 5:36 बजे तेज भूकंप के झटके महसूस किए गए. इस बीच जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा जिले में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं.

जम्मू-कश्मीर में महसूस किए गए भूकंप के झटके, दहशत में हैं लोग

Kupwara Earthquake: जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा जिले में रविवार शाम करीब 8.47 बजे भूकंप के झटके महसूस किए गए. रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 3.8 मापी गई. भूकंप का केंद्र कुपवाड़ा बताया जा रहा है. भूकंप के झटके महसूस होने के बाद लोगों में दहशत का माहौल बन गया और लोग अपने-अपने घरों और दफ्तरों से बाहर निकल आए. राहत की बात यह है कि इस भूकंप से किसी तरह के जानमाल के नुकसान की कोई सूचना नहीं है.

नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी (एनसीएस) के मुताबिक, यह भूकंप शाम करीब 8:47 बजे आया और इसकी गहराई 10 किलोमीटर के आसपास थी. रविवार को ही यूपी के गाजियाबाद में भूकंप के झटके महसूस किए गए थे. गाजियाबाद में महसूस किए गए भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 2.8 मापी गई. नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी के अनुसार इस भूकंप का केंद्र 10 किलोमीटर की गहराई में था.

दहशत में थे लोग
इससे पहले 17 फरवरी को दिल्ली-एनसीआर में जोरदार भूकंप आया था, जिसका केंद्र दिल्ली रहा था. दिल्ली-एनसीआर में सोमवार सुबह 5:36 बजे तेज भूकंप के झटके महसूस किए गए. भूकंप के झटके इतने तेज थे कि जो लोग सो रहे थे, उनकी नींद टूट गई, और जो जाग रहे थे, वह दहशत में आ गए. 

आते रहते हैं भूकंप के झटके
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, इस भूकंप का केंद्र नई दिल्ली था और इसकी गहराई 5 किलोमीटर रही. अधिकारियों ने बताया था कि इस क्षेत्र में हर दो से तीन साल में हल्के झटके महसूस होते रहते हैं. इससे पहले, 2015 में यहां 3.3 तीव्रता का भूकंप दर्ज किया गया था. 

क्यों आते हैं भूकंप
भूकंप वैज्ञानिकों के मुताबिक, हमारी धरती की सतह मुख्य रूप से सात बड़ी और कई छोटी टेक्टोनिक प्लेट्स से बनी है. ये प्लेट्स लगातार हरकत करती रहती हैं और अक्सर आपस में टकराती हैं. इस टक्कर के परिणामस्वरूप प्लेट्स के कोने मुड़ सकते हैं और अत्यधिक दबाव के कारण वे टूट भी सकती हैं. ऐसे में, नीचे से निकली ऊर्जा बाहर की ओर फैलने का रास्ता खोजती है और यही ऊर्जा जब जमीन के अंदर से बाहर आती है, तो भूकंप आता है.

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