Google Fingerprinting Policy: हाल ही में गूगल ने एक नई ट्रैकिंग पॉलिसी शुरू की है, जिसे फिंगरप्रिंटिंग कहा जाता है. इस पॉलिसी से गूगल यूजर्स की मर्जी के बिना उनकी जासूसी कर सकता है. इस नई पॉलिसी की वजह से गूगल की आलोचना हो रही है, क्योंकि इससे यूजर्स की प्राइवेसी खतरे में पड़ सकती है.
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Google Policy: गूगल ने हाल ही में एक नई ट्रैकिंग पॉलिसी शुरू की है, जिसे फिंगरप्रिंटिंग कहा जाता है. इस पॉलिसी से गूगल यूजर्स की मर्जी के बिना उनकी जासूसी कर सकता है. इससे गूगल आपके डिवाइस की जानकारी लेकर आपकी पहचान कर सकता है, और सबसे बड़ी बात यह है कि आप इसे बंद नहीं कर सकते. इस नई पॉलिसी की वजह से गूगल की आलोचना हो रही है, क्योंकि इससे यूजर्स की प्राइवेसी खतरे में पड़ सकती है और उनकी जानकारी का गलत इस्तेमाल भी हो सकता है.
फिंगरप्रिंटिंग क्या है?
फिंगरप्रिंटिंग एक ऐसा तरीका है जिससे आपके डिवाइस की खास जानकारी, जैसे स्क्रीन का साइज, फोन में मौजूद फॉन्ट, ऑपरेटिंग सिस्टम, इंटरनेट एड्रेस और ब्राउजर सेटिंग्स, इकट्ठा की जाती है. इन जानकारियों से एक डिजिटल फिंगरप्रिंट बनाया जाता है, जिससे आपकी पहचान की जा सकती है. यह कुकीज जैसे पुराने ट्रैकिंग तरीकों से अलग है, जिन्हें आप डिलीट कर सकते हैं. फिंगरप्रिंटिंग को रोकना मुश्किल है क्योंकि यह चुपचाप जानकारी इकट्ठा करता है.
गूगल ऐसा क्यों कर रहा है?
गूगल का कहना है कि फिंगरप्रिंटिंग सुरक्षा के लिए जरूरी है. इससे धोखाधड़ी पकड़ी जा सकती है, अनधिकृत लॉगिन रोके जा सकते हैं और विज्ञापन बेहतर बनाए जा सकते हैं. गूगल का यह भी कहना है कि वे कुकीज को हटाकर फिंगरप्रिंटिंग को ला रहे हैं, जो उनकी प्राइवेसी सैंडबॉक्स पहल का हिस्सा है.
लेकिन आलोचकों का कहना है कि इससे यूजर की प्राइवेसी सुरक्षित नहीं होती. बल्कि, इससे गूगल को बिना यूजर्स की इजाजत के अलग-अलग डिवाइस और ब्राउजर पर यूजर्स को ट्रैक करने का मौका मिलता है.
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यूनाइटेड किंगडम के सूचना आयुक्त कार्यालय के कार्यकारी निदेशक स्टीफन आलमंड ने कहा "हमें लगता है कि यह बदलाव गैर-जिम्मेदाराना है. गूगल ने खुद पहले कहा था कि फिंगरप्रिंटिंग यूजर्स की प्राइवेसी की उम्मीदों पर खरा नहीं उतरता है, क्योंकि यूजर्स कुकीज की तरह आसानी से इसके लिए सहमति नहीं दे सकते हैं."
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क्यों हो रहा आलोचना?
कोई ऑप्शन नहीं - गूगल फिंगरप्रिंटिंग को बंद करने का कोई ऑप्शन नहीं दे रहा है, मतलब यह ट्रैकिंग अनिवार्य है.
सभी डिवाइस पर ट्रैकिंग - नई पॉलिसी से गूगल आपके फोन, टैबलेट और कंप्यूटर पर आपकी जानकारी इकट्ठा कर सकता है, जिससे आपकी डिटेल्ड प्रोफाइल बन जाएगी.
गलत इस्तेमाल का डर - भले ही गूगल कहे कि यह डेटा सुरक्षा और विज्ञापन के लिए है, आलोचकों को डर है कि इसका इस्तेमाल बड़े पैमाने पर जासूसी या थर्ड पार्टी डेटा शेयरिंग के लिए किया जा सकता है.