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Science news in hindi: भारतीय ज्योतिष और सनातन धर्म में नौ ग्रहों की मान्यता है. इससे इतर साइंस की बात करें तो सौरमंडल में कई ग्रह हैं. विज्ञान में आठ प्रमुख ग्रह हैं, जो अपनी अलग-अलग रफ्तार से सूर्य की परिक्रमा करते हैं. सूर्य के सबसे नज़दीकी बुध की बात करें तो बुध, सौरमंडल का सबसे छोटा ग्रह है. बुध ग्रह की औसत गति 47.87 किलोमीटर प्रति सेकंड है. बुध ग्रह पर तापमान बहुत ज़्यादा बदलता है. बुध 88 दिनों में सूर्य की परिक्रमा पूरी करता है. यानी वहां धरती की तरह एक साल 365 दिन का नहीं बल्कि 88 दिनों का होता है.
सूर्य की परिक्रमा
तमाम साइंस जर्नल की रिपोर्ट के मुताबिक सूर्य के चारों ओर चक्कर लगाने वाले ग्रहों के क्रम की बात करें तो बुध, शुक्र, पृथ्वी, मंगल, बृहस्पति, शनि, यूरेनस, नेपच्यून सूर्य का चक्कर लगाते हैं. इस थ्योरी से इतर अगर सभी ग्रह ठीक से पंक्तिबद्ध हो जाएं तो हम पृथ्वी से रात में एकबार में एक साथ एक ही समय में कई ग्रहों को देख सकते हैं. इस तरह की कुछ दुर्लभ घटनाओं में रात के समय आकाश में सभी ग्रहों के एक कतार में होने के साथ एक्लिप्टिक भी दिखाई देता है.
बुध, शुक्र, मंगल, बृहस्पति और शनि, ये सभी इतने चमकीले हैं कि इन्हें हम बिना किसी वैज्ञानिक उपकरण यानी नंगी आंखों से देख सकते हैं, जबकि यूरेनस और नेपच्यून को देखने के लिए टेलीस्कोप की ज़रूरत पड़ती है.
कब होगी ग्रहों की ऐसी परेड?
BBC की एक रिपोर्ट के मुताबिक फरवरी में 6 ग्रह- शुक्र, मंगल, बृहस्पति, शनि, यूरेनस और नेपच्यून इन्हें एक ही रात में आसमान में देखा जा सकता है. बुध ग्रह भी इन सभी के साथ नज़र आएगा, लेकिन ऐसा सिर्फ एक रात को ही होगा और ये फ़रवरी के आख़िर के महीने में होगा. इसके इतर अगर 8 फरवरी को मौसम साफ रहा तो सभी सातों ग्रह एक पंक्ति में देखे जा सकेंगे. धरती से इस अनोखी प्लैनेट परेड के दुर्लभ नजारे को देखना आपके लिए एक शानदार मौका हो सकता है.