International Mahashivratri 2025: शिवरात्रि पर्व में शिरकत करने वाले देवता खुड्डीजहल इस बार भी इस पर्व के लिए अपने मूल स्थान से रवाना हो गए हैं. इस दौरान कई बाधाओं से भरे मार्गों को पार करने में देवता अपने देवलुओं का पूरा साथ दे रहे हैं.
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International Mahashivratri 2025: अंतरराष्ट्रीय महाशिवरात्रि पर्व में आस्था और विश्वास ही है जो लाखों करोड़ों लोगों को इस महोत्सव से जोड़ता है. इसी कड़ी में जिला मंडी के सराज खुडीगाड़ से रियासतकाल से ही हर साल शिवरात्रि पर्व में शिरकत करने वाले देवता खुड्डीजहल इस बार भी इस पर्व के लिए अपने मूल स्थान से रवाना हो गए हैं. इस दौरान कई बाधाओं से भरे मार्गों को पार करने में देवता अपने देवलुओं का पूरा साथ दे रहे हैं. हाल ही में देवता जब मूल स्थान से रवाना हुए तो करीब सौ देवलुओं, कारदार और गुर एक फीट से अधिक बर्फ से लकदक करीब 5 किलोमीटर को बाधा को पार कर गए. देव कमेटी के पदाधिकारियों से जानकारी के मुताबिक देवता ने धनोट धार से रेशन धार तक पांच किलोमीटर का सफर उबड़ खाबड़ पहाड़ की बाधा बर्फ पर चलकर पार की. देवता के प्रभाव से देवलुओं की राह कोई नहीं रोक सकता. बर्फ की बाधा पार करने के बाद देवता और देवलू जंजैहली पहुंचे.
ये है मान्यता
देवता श्री खुडडीजहल महाराज को जगह जमीनों का निपटारा करने के लिए, सोना चांदी पर किसी ने अवैध कब्जा किया है तो देवता सच्चाई वाले लोगों को न्याय देता है. इसके अलावा नशे की बुरी लत को छुड़वाने में देवता का बहुत अधिक प्रभाव माना जाता है और इन सभी चीजों में देवता की शक्ति को प्रत्यक्ष लाखों भक्तों ने आजमाया है और इसी के चलते वह देवता के साथ आस्था और पूरे विश्वास के साथ जुड़े हैं.
26 फरवरी और चार मार्च
अंतरराष्ट्रीय महाशिवरात्रि महोत्सव में इस बार भी बाबा भूतनाथ की भव्य जलेब निकाली जाएगी. यह दो बार निकलेगी एक बार 26 फरवरी को और दूसरी बार चार मार्च को. इस बार भी यह जलेब पूरी शान के साथ निकाली जाएगी और इसमें कई संत महात्मा शामिल होंगे. बाबा भूतनाथ मंदिर के महंत देवानंद सरस्वती ने सभी संत महात्माओं से भव्य जलेब में शामिल होने के लिए कहा है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)