Khatu Shyam Ji: बाबा श्याम के लक्खी मेले में डिजिटल पार्किंग व्यवस्था, प्रशासन होगा सख्त
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Khatu Shyam Ji: बाबा श्याम के लक्खी मेले में डिजिटल पार्किंग व्यवस्था, प्रशासन होगा सख्त

Khatu Shyam Ji: सीकर जिले के खाटूश्यामजी मेले में इस बार प्रशासन ने पार्किंग व्यवस्था को डिजिटल बनाने का फैसला किया है, जिससे यातायात सुचारु रूप से चलेगा. 

Khatu Shyam Ji (खाटू श्याम जी)

Khatu Shyam Ji: राजस्थान के सीकर जिले के खाटूश्यामजी में 28 फरवरी से शुरू होने जा रहे बाबा श्याम के वार्षिक फाल्गुन लक्खी मेले में इस बार प्रशासन ने पार्किंग व्यवस्था को डिजिटल बनाने का फैसला किया है. लाखों की संख्या में आने वाले श्रद्धालुओं को ट्रैफिक जाम से राहत देने के लिए यह नया कदम उठाया गया है. 

मेले में पहली बार डिजिटल पार्किंग सिस्टम लागू किया जाएगा, जिसके तहत पार्किंग के लिए शुल्क लिया जाएगा. एसडीएम मोनिका सामोर का कहना है कि इससे मुख्य सड़कों पर अव्यवस्था नहीं होगी और यातायात सुचारु रूप से चलेगा. 

मेला मजिस्ट्रेट मोनिका सामोर ने साफ कर दिया है कि अवैध पार्किंग पर सख्त कार्रवाई होगी. उन्होंने कहा नगर पालिका के सहयोग से नियमित पार्किंग व्यवस्था लागू की जाएगी और अनाधिकृत रूप से पार्किंग संचालित करने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी. 

श्रद्धालुओं में नाराजगी, बोले-परंपरा के खिलाफ है पार्किंग शुल्क 
हालांकि, इस बार पार्किंग शुल्क लागू किए जाने पर श्याम भक्तों में निराशा है. भक्तों का कहना है कि अब तक हर साल पार्किंग और टोल शुल्क निःशुल्क रहता था लेकिन इस बार पार्किंग के नाम पर रंगदारी वसूली की जा रही है. कई भक्तों ने चिंता जताई कि जहां एक ओर अवैध पार्किंग वाले 100 से 200 रुपये तक वसूलते हैं, वहीं अब प्रशासन भी पार्किंग के नाम पर जेब काटने की तैयारी कर रहा है. नगरपालिका के ईओ देवेंद्र कुमार जिंदल ने कहा कि डिजिटल पार्किंग से व्यवस्था बेहतर होगी और अव्यवस्था पर अंकुश लगेगा. वहीं, प्रशासन ने दोहराया कि अवैध पार्किंग करने वालों पर सख्त नजर रखी जाएगी. 

प्रशासन का वादा-श्रद्धालुओं को मिलेगी बेहतर सुविधा 
प्रशासन का कहना है कि इस बार मेले में आने वाले श्रद्धालुओं को हरसंभव सुविधा दी जाएगी. जयपुर रोड और अन्य प्रमुख मार्गों पर ट्रैफिक व्यवस्था को दुरुस्त करने के विशेष प्रयास किए जा रहे हैं ताकि श्रद्धालुओं को किसी परेशानी का सामना न करना पड़े. अब देखना यह होगा कि डिजिटल पार्किंग व्यवस्था इस भीड़ भरे मेले में कितना कारगर साबित होती है और अवैध पार्किंग पर प्रशासन की सख्ती कितनी कारगर रहती है. 

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