Rajasthan Assembly : राजस्थान विधानसभा में आज जो दिखा उसकी किसी ने कल्पना भी नहीं की होगी. सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच हुई गहमागहमी के दौरान गोविंद सिंह डोटासरा आसन के पास तक पहुंच गये. इस वक्त आसन पर स्पीकर वासुदेव देवनानी बैठे थे.
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Rajasthan Assembly : राजस्थान विधानसभा में आज जो दिखा उसकी किसी ने कल्पना भी नहीं की होगी. सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच हुई गहमागहमी के दौरान गोविंद सिंह डोटासरा आसन के पास तक पहुंच गये. इस वक्त आसन पर स्पीकर वासुदेव देवनानी बैठे थे.
ऐसे में तुरंत तत्परता दिखाते हुए अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही को स्थगित कर दिया. मार्शल ने भी स्पीकर का निर्देश पाते ही सदन की कार्यवाही को स्थगित कर दिया. सदन की कार्यवाही की ये रिकार्डिंग टीवी तक में दिखी है. मामले को लेकर संसदीय कार्य मंत्री जोगाराम पटेल ने कहा कि ऐसा विषय नहीं था कि सचिव की कुर्सी और डायस तक पहुंचा जाएं.
विधानसभा में हंगामे के चलते कार्यवाही को स्थगित कर दिया गया है और बीजेपी विधायक दल की बैठक मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ले रहे हैं और विधायकों से चर्चा कर रहे हैं. इस पूरे घटनाक्रम से स्पीकर वासुदेव देवनानी भी आहत हैं.
दरअसल जिला मुख्यालय पर कामकाजी महिलाओं के लिए हॉस्टल सुविधा को लेकर विधायक अनीता भदेल ने सामाजिक न्याय अधिकारिता मंत्री अविनाश गहलोत से सवाल किया था. जिसका जवाब देते हुए मंत्री की टिप्पणी पर विपक्ष ने हंगामा कर दिया.
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दरअसल कामकाजी महिलाओं के हॉस्टल को लेकर विधायक अनीता भदेल का सवाल था. जिसका मंत्री अविनाश गहलोत जवाब दे रहे थे. अविनाश गहलोत और विपक्ष के बीच हल्की टीका–टिप्पणी हो रही थी. इस दौरान अविनाश गहलोत ने कहा, कि इंदिरा गांधी, विपक्ष की दादी थी. उनके नाम पर इन्होंने कई योजनाओं के नाम रख दिए. इसके बाद विपक्ष के सदस्यों ने एतराज जताया.
इधर नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने कहा कि इस लोकतंत्र के मंदिर के अंदर इस प्रकार से भारतीय जनता पार्टी सदन चलाना चाह रही है .सदन के अंदर आने के लिए यहाँ जनता की बात कहने आते हैं, या इनके मंत्रियों और नेताओं के गाली खाने आते हैं. ये पहला मौक़ा नहीं है ,इससे पहले भी इन लोगों के द्वारा राहुल गांधी के लिए टिप्पणी की गई थी.
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वहीं गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि आज जिस तरीक़े से अमर्यादित भाषा का प्रयोग किया गया. पिछले दिनों जब हम वेल में थे. तब भी इन्होंने टीकाराम जूली पर आरोप लगाए .डोटासरा ने कहा कि इनसे अपने डिपार्टमेंट संभाले नहीं जाते हैं मुख्यमंत्री आते नहीं है. जो हमने पिछले कई दिनों से देखा है, कि माननीय अध्यक्ष को भी सरकार ने पूरे तरीक़े से दबाव में लेकर उनसे वो फ़ैसला कराना चाहा है, जिस पर विपक्ष बोल नहीं सकता है.
डोटासरा ने कहा कि हमारे महान नेता जो इस दुनिया में नहीं है. उनका नाम लेकर ओछी टिप्पणियाँ की जा रही है. इनके पास सामान नहीं है, बोलने के लिए. इस बजट में कुछ है ही नहीं, इसलिए ये चाहते हैं कि जनता के मुद्दों के बात विपक्ष सदन में ना करें केवल उनकी बकवास सुनते रहे.
वहीं संसदीय कार्य मंत्री जोगाराम पटेल ने कहा, कि, मंत्री तथ्यात्मक जवाब दे रहे थे. विपक्ष एक तरह से बौखला गया था. जोगाराम ने कहा कि विधायक रफीक खान ने अनपार्लियामेंट्री शब्दों का उपयोग किया. इस पर हमने एतराज किया. स्पीकर ने इसको कार्यवाही से निकाल दिया.
सदन की भाषा में दादा, दादी, मामा, मामी जैसे शब्द आ जाते हैं, यह सम्मानजनक शब्द हैं. पटेल ने कहा की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी जी को दादी कहा है तो यह अनपार्लियामेंट्री शब्द नहीं है. उन्होंने कहा कि मेरा मानना है कि यह. सम्मानजनक शब्द है. सभी मंत्री तथ्यात्मक जवाब दे रहे थे. विपक्ष ने जानबूझकर विवाद बढ़ाया.
गोविंद डोटासरा के लिए मंत्री जोगाराम पटेल ने कहा कि, सीकर के लक्ष्मणगढ़ से आने वाले सदस्य विधानसभा अध्यक्ष के पास पहुंचकर उनसे छीना छपटी करने के प्रयास करने लगे. पटेल बोले, यह तो अच्छा हुआ विधानसभा अध्यक्ष ने हाउस को स्थगित कर दिया, वरना बहुत बड़ी अनहोनी हो जाती. उन्होंने कहा कि, वे और सत्ता पक्ष के सभी विधायक इस घटना की कड़ी निंदा करते हैं और विपक्ष पर कार्यवाही की मांग करते हैं..पटेल ने कहा कि विपक्ष अपने बर्ताव के लिए माफी मांगे.