ऊंट आया पहाड़ के नीचे, सऊदी की बेरुखी के बाद गाजा पर बदल गए ट्रंप के सुर
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ऊंट आया पहाड़ के नीचे, सऊदी की बेरुखी के बाद गाजा पर बदल गए ट्रंप के सुर

Donald Trump on Gaza Plan: मिस्र और जॉर्डन फिलिस्तीनियों के विस्थापन को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति पर भड़क गए और अमेरिका को देख लेने की धमकी भी दी. इसके बाद सऊदी अरब ने अपना रुख स्पष्ट किया है, जिसके बाद डोनाल्ड ट्रंप के तेवर नरम पड़ गए हैं.

ऊंट आया पहाड़ के नीचे, सऊदी की बेरुखी के बाद गाजा पर बदल गए ट्रंप के सुर

Donald Trump on Gaza Plan: गाजा युद्ध विराम समझौते के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप गाजा पर कब्ज़ा करना चाहते थे. इस बारे में ट्रंप ने कहा था कि गाजा युद्ध खत्म होने के बाद इजरायल इसे अमेरिका को सौंप देगा और वह फिलिस्तीनियों को अरब देशों में शिफ्ट कर देंगे. इस बयान के बाद मिडिल ईस्ट में हंगामा मच गया. मिस्र और जॉर्डन फिलिस्तीनियों के विस्थापन को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति पर भड़क गए और अमेरिका को देख लेने की धमकी भी दी. इसके बाद सऊदी अरब ने अपना रुख स्पष्ट करते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति से साफ शब्दों में कहा कि फिलिस्तीनी गाजा से कहीं नहीं जाएंगे.

ट्रंप के तेवर पड़े नरम
सऊदी के इस बयान के बाद भी ट्रंप का रवैया वैसा ही रहा. इसके बाद सऊदी अरब के किंग क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने खाड़ी सहयोग परिषद (जीसीसी) देशों, जॉर्डन और मिस्र के नेताओं को शुक्रवार को रियाद में होने वाली बैठक के लिए आमंत्रित किया है. इस बैठक में गाजा पर चर्चा हुई. इस बैठक के बाद ट्रंप का रुख नरम पड़ गया और उन्होंने गाजा योजना पर बयान जारी किया. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने आज यानी 22 फरवरी को कहा कि वह अपने गाजा प्लान की केवल सिफारिश करेंगे इसे जबरन लागू नहीं करेंगे.

ट्रंप ने क्या कहा?
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक फॉक्स न्यूज से बात करते हुए ट्रंप ने कहा, "मैं आपको बताऊंगा कि इसे कैसे करना है. मुझे लगता है कि यह योजना वास्तव में कारगर है, लेकिन मैं इसे जबरदस्ती थोप नहीं रहा हूं. मैं बस बैठकर इसकी सिफारिश करूंगा और फिर अमेरिका इस साइट का मालिक होगा, वहां कोई हमास नहीं होगा और उन्हें विकसित किया जाएगा और आप एक नई शुरुआत करेंगे."

ट्रंप के बयान पर हुआ था बवाल
गौरतलब है कि मिस्र और जॉर्डन समेत अरब देशों ने फिलिस्तीनियों को पूरी तरह से विस्थापित करने और युद्धग्रस्त क्षेत्र का पुनर्विकास करने के ट्रंप के विचार को खारिज कर दिया है. अमेरिकी राष्ट्रपति ने विस्थापित फिलिस्तीनियों को स्वीकार करने के प्रस्ताव पर सहमत न होने पर मिस्र और जॉर्डन को दी जाने वाली विदेशी सहायता को भी बंद करने भी धमकी दी. बाद में, जॉर्डन 2,000 बीमार बच्चों को लेने के लिए सहमत हो गया.

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