संगरिया नगर पालिका के चुने हुए कांग्रेस बोर्ड ने डीएलबी की कार्य शैली को लेकर नाराजगी जताई है. बोर्ड के चैयरमेन पालिका अध्यक्ष सुखबीर सिंह सिद्धू के नेतृत्व में पार्षदों ने 500 किलोमीटर दूर जयपुर सचिवालय पहुंचकर पीड़ा सुनाई.
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Jaipur: संगरिया नगर पालिका के चुने हुए कांग्रेस बोर्ड ने डीएलबी की कार्य शैली को लेकर नाराजगी जताई है. बोर्ड के चैयरमेन पालिका अध्यक्ष सुखबीर सिंह सिद्धू के नेतृत्व में पार्षदों ने 500 किलोमीटर दूर जयपुर सचिवालय पहुंचकर पीड़ा सुनाई. इसके बाद स्वायत्त शासन भवन पर प्रदर्शन किया. साथ ही, पालिका में स्थाई अधिशाषी अधिकारी नहीं लगाने पर सामूहिक स्तीफा देने की चेतावनी दी.
संगरिया नगर पालिका में चार महीने से अधिशासी अधिकारी का पद खाली है. ईओ नहीं लगाने से प्रशासन शहरों के संग अभियान कि साथ ही सरकार की कई अन्य योजनाएं प्रभावित हो रही है. इसके अलावा भी स्थानीय निकाय निदेशालय की ओर से पालिका में कई कार्य मानमाने ढंग से करने के निर्देश दे रहा है. इससे कामकाज पूरी तरह प्रभावित हो रहा है और लोगों के काम नहीं हो रहे हैं. इससे परेशान होकर कांग्रेस का चुना बोर्ड अध्यक्ष सुखबीर सिंह के नेतृत्व में आज जयपुर मुख्यमंत्री से मिलने पहुंचे. मुख्यमंत्री के दौरे पर होने के कारण उन्होंने जन अभाव अभियोग समिति अध्यक्ष पुरखराज पाराशर से मुलाकात की. पाराशर ने उनको कार्रवाई का आश्वासन दिया.
बोर्ड सदस्य स्थानीय निकास विभाग सचिव जोगाराम से भी मिले और उन्हें पूरी जानकारी दी. जोगाराम ने भी उन्हें उचित कार्रवाई का भरोसा दिया. दूसरी ओर अध्यक्ष सुखबीर के नेतृत्व में पार्षद डीएलबी पहुंचे और वहां प्रदर्शन किया. प्रदर्शन कर रहे सभी पार्षदों ने चेतावनी दी कि जल्दी अगर अधिशासी अधिकारी की नियुक्ति नहीं की गई तो वे सामूहिक रूप से अपना इस्तीफा विभाग को सौंप देंगे.
पालिका अध्यक्ष सुखबीर सिद्धू सिद्धू ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत फ्लैगशिप योजनाओं और प्रशासन शहरों के संग अभियान के तहत लोगों को लाभांवित करने का कार्य कर रहे हैं, जिससे हजारों लोगों के लाभांवित होने की आशा जगी है, लेकिन डीएलबी निदेशक और अन्य अधिकारी इस अभियान को और राज्य सरकार की सभी योजनाओं को फेल करने पर आमदा है. पिछले 4 माह से नगर पालिका में अधिशासी अधिकारी नहीं होने के कारण इसका चार्ज एसडीएम तो कभी तहसीलदार को दे दिया जाता है, जिससे लोगों को आवास के पट्टे नहीं मिल पा रहे हैं. वहीं, के विकास के कार्य में बाधा उत्पन्न हो रही है. योजनाओं की क्रियान्वित कराना हमारा फर्ज है, लेकिन डीएलबी बाधक बना हुए है.
स्वायत्त निदेशक विभाग के मंत्री शांति धारीवाल की अनुशंसा को भी नहीं मान रहे हैं और अपने हठधर्मिता के कारण नगरपालिका के अंदर स्थाई अधिशासी अधिकारी की नियुक्ति नहीं कर रहे है. पालिका अध्यक्ष सिद्धू का आरोप था कि स्वायत्त विभाग निदेशक ह्रदेश कुमार शर्मा उनकी नगरपालिका के साथ सौतेला व्यवहार कर रहे हैं, जिसके कारण उनको नगर पालिका चलाने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. चपरासी तक का तबादला सैंकडों किमी दूर कर रहे हैं.
संगरिया से सचिवालय तक पहुंचे ये
इस मौके पर पालिका उपाध्यक्ष रीना महंत पार्षद अनिल भोबिया, लखन करवा, हेमराज गोदारा ,हंस राज वर्मा,बलकरण मान, स्वर्ण संगर, रामेश्वर शास्त्री, सूर्य प्रकाश वर्मा नत्थू सिंह गहलोत विजेंद्र कस्वां, सचिन महौर, नेमीचंद,भादर राम कड़वासरा, मोहर सिंह, खेमचंद, रामेश्वर लाल शास्त्री, निर्मल सिंह, सपना रानी, अंजू बाल्मीकि, सरोज भोबिया ,गुरलाल मान आदि जयपुर पहुंचे.
पालिका अध्यक्ष के साथ ही पार्षद अनिल भोबिया व लखन करवा ने आरोप लगाए कि पालिका कर्मचारियों को 17 सीसी के नोटिस दिए जा रहे हैं. वहीं पालिका अतिक्रमण रोकती है, तो डीएलबी आदेश जारी कर अतिक्रमण करवा देते हैं. ठेकेदारों को पेमेंट के आदेश दिए जा रहे हैं, जबकि सारी वित्तीय पावर चैयरमेन के पास है.
अफसरों को जगाने के लिए आए हैं
पार्षदों ने कहा कि पार्षद जनता के लिए, सरकार जनता के लिए है, हम जनता और सरकार के साथ हैं, सक्रिय है. जनता को धोखा नहीं होने देंगे, कुछ चुनिंदा अफसर भूल गए हैं अफसरशाही के नशे में हैं, उन्हें जगाने चेताने यहां आए हैं.
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