Kurukshetra New: कृषि मंत्री शिवराज चौहान ने बताया प्राकृतिक खेती से बढ़ेगा उत्पादन , रासायनिक खेती के नुकसान पर दी चेतावनी
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Kurukshetra New: कृषि मंत्री शिवराज चौहान ने बताया प्राकृतिक खेती से बढ़ेगा उत्पादन , रासायनिक खेती के नुकसान पर दी चेतावनी

Haryana News: केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान कुरुक्षेत्र में स्थित गुरुकुल पहुंचे. यहां उन्होंने गुरुकुल द्वारा किए जा रहे प्राकृतिक खेती मॉडल का अवलोकन किया. साथ ही कहा कि आजकल केमिकल फ़र्टिलाइज़र का अनियंत्रित प्रयोग कृषि भूमि की उर्वरा शक्ति को समाप्त कर रहा है

 

Kurukshetra New: कृषि मंत्री शिवराज चौहान ने बताया प्राकृतिक खेती से बढ़ेगा उत्पादन , रासायनिक खेती के नुकसान पर दी चेतावनी

Kurukshetra New: शनिवार को केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान कुरुक्षेत्र में स्थित गुरुकुल पहुंचे, जहां उन्होंने सबसे पहले गुरुकुल का भ्रमण किया. इसके बाद उन्होंने गुरुकुल द्वारा किए जा रहे प्राकृतिक खेती मॉडल का अवलोकन किया. शिवराज चौहान ने खेतों में जाकर प्राकृतिक खेती की पद्धतियों को देखा और इस दौरान मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने इस खेती के महत्व पर जोर दिया.

केमिकल फ़र्टिलाइज़र उर्वरा शक्ति को समाप्त कर रहा है
उन्होंने कहा कि आजकल केमिकल फ़र्टिलाइज़र का अनियंत्रित प्रयोग कृषि भूमि की उर्वरा शक्ति को खत्म कर रहा है, जिससे भूमि की सेहत पर बुरा असर पड़ रहा है. इसके कारण मित्र कीट मर रहे हैं और सब्जियों में रोग उत्पन्न हो रहे हैं. अगर यह स्थिति नहीं बदली तो आने वाली पीढ़ी हमें माफ नहीं करेगी. उन्होंने कहा कि हम धीरे-धीरे ही सही, लेकिन प्राकृतिक खेती की ओर बढ़ रहे हैं और यही समय की जरूरत है. कृषि मंत्री ने बताया कि गुरुकुल के खेतों में प्राकृतिक खेती का व्यावहारिक रूप देखा गया है, जहां गन्ने के साथ सरसों, चना और गेहूं की इंटर क्रॉपिंग की जा रही है. इस मॉडल में गाजर, चुकंदर और ड्रैगन फ्रूट भी उगाए जा रहे हैं. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भी धन्यवाद किया, जिनकी वजह से प्राकृतिक खेती को बढ़ावा मिल रहा है.

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शिवराज चौहान ने किसानों को प्रशिक्षित करने की आवश्यकता पर जोर दिया. उनका कहना था कि अगर किसानों को सही तरीके से प्राकृतिक खेती की ट्रेनिंग दी जाए, तो न केवल उत्पादन बढ़ेगा बल्कि उत्पाद की गुणवत्ता भी बेहतर होगी और साथ ही धरती की सेहत भी बनी रहेगी. उन्होंने कहा कि प्राकृतिक खेती में केंचुए देखने को मिलते हैं, जो मिट्टी को नरम करते हैं, जबकि रासायनिक खेती में मिट्टी कठोर हो जाती है. इसके बाद जब उनसे किसानों की मीटिंग के बारे में सवाल पूछा गया, तो उन्होंने कहा कि वे किसानों के साथ सद्भावपूर्ण वातावरण में बातचीत करेंगे और उम्मीद करते हैं कि इस बार भी किसानों के साथ अच्छी चर्चा होगी, जैसा कि पहले भी हो चुकी है. शिवराज सिंह चौहान ने एक ट्वीट भी किया, जिसमें उन्होंने एयर इंडिया में यात्रा के दौरान सीट की असुविधा के बारे में जानकारी दी. उन्होंने कहा कि अगर कोई असुविधा होती है, तो चुप नहीं रहना चाहिए और यह मैनेजमेंट को बताना चाहिए, ताकि स्थिति सुधारी जा सके. उनका कहना था कि अगर लोग पैसे देते हैं तो उनको उचित सुविधा मिलनी चाहिए.

Input- DARSHAN KAIT