New Delhi Station Stampede: भगदड़ के दौरान नई दिल्ली स्टेशन पर जेबकतरे हुए बेखौफ, यात्रियों को बनाया शिकार
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New Delhi Station Stampede: भगदड़ के दौरान नई दिल्ली स्टेशन पर जेबकतरे हुए बेखौफ, यात्रियों को बनाया शिकार

New Delhi Stampede Update: हादसे के बाद स्टेशन पर गम का माहौल है. तीन दिन बीत चुके हैं, लेकिन लोग अब भी सदमे में हैं. इस घटना ने रेलवे और सुरक्षा व्यवस्था पर कई सवाल खड़े कर दिए हैं.

 

New Delhi Station Stampede: भगदड़ के दौरान नई दिल्ली स्टेशन पर जेबकतरे हुए बेखौफ, यात्रियों को बनाया शिकार

New Delhi Railway Station: नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर शनिवार रात हुई भगदड़ का मंजर लोगों के दिलों में अब भी ताजा है. अफरा-तफरी और चीख-पुकार के बीच 18 लोगों की जान चली गई, लेकिन इस त्रासदी के दौरान भी अपराधी अपने काले कारनामों से पीछे नहीं हटे. भगदड़ का फायदा उठाकर जेबकतरों ने यात्रियों को लूटने का शर्मनाक खेल खेला.

भीड़ में जेबकतरे हुए सक्रिय
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार भगदड़ के दौरान कई जेबकतरे भीड़ में घुस गए. यात्रियों के ध्यान भटकने का फायदा उठाकर उन्होंने लोगों की जेबें काटीं और मोबाइल, पर्स जैसे कीमती सामान उड़ा लिए. हालात इतने खराब थे कि कई यात्रियों को ब्लेड और चाकू से घायल कर दिया गया. कुछ लोगों ने मीडिया से बातचीत में बताया कि हमलावरों ने भीड़ का फायदा उठाकर लूटपाट की और विरोध करने वालों को घायल करने से भी नहीं चूके.

ब्लेड और चाकू से किए हमले, कई यात्री घायल
मौके पर मौजूद लोगों ने बताया कि भगदड़ के दौरान जब चारों ओर अफरा-तफरी मची थी, तब जेबकतरे ब्लेड और चाकू लेकर घूम रहे थे. उन्होंने कई यात्रियों पर हमला कर उनके सामान छीन लिए. इस दौरान कई लोग ब्लेड और चाकू के वार से घायल हो गए. घटना के बाद घायलों को तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया, जहां कुछ की हालत गंभीर बताई गई.

प्लेटफॉर्म बदलने से मची भगदड़
आरपीएफ की जांच रिपोर्ट के मुताबिक, हादसा ट्रेन के प्लेटफॉर्म बदलने के कारण हुआ. रात 8 बजे प्लेटफॉर्म नंबर 12 से शिव गंगा एक्सप्रेस के रवाना होने के बाद स्टेशन पर भीड़ और बढ़ गई. प्लेटफॉर्म नंबर 12 से लेकर 16 तक जाने वाले रास्ते पूरी तरह जाम हो गए. इसी बीच प्रयागराज जाने वाली स्पेशल ट्रेन के लिए अचानक प्लेटफॉर्म 12 की बजाय 16 पर आने की घोषणा कर दी गई. यात्री घबराकर दौड़ पड़े और इसी अफरा-तफरी में भगदड़ मच गई.

हादसे के बाद पसरा मातम, उठे सुरक्षा पर सवाल
हादसे के बाद स्टेशन पर मातम का माहौल है. तीन दिन बीत चुके हैं, लेकिन लोग अब भी सदमे में हैं. इस घटना ने रेलवे और सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं. आखिर इतने बड़े स्टेशन पर भीड़ नियंत्रण और सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम क्यों नहीं थे? क्यों नहीं यात्रियों की सुरक्षा के लिए सुरक्षाकर्मियों की संख्या बढ़ाई गई.

जरूरत सुधार की और सख्त कार्रवाई की
यह हादसा सिर्फ भीड़ नियंत्रण की विफलता ही नहीं, बल्कि सुरक्षा के मोर्चे पर भी प्रशासन की चूक को उजागर करता है. यात्रियों की सुरक्षा के लिए रेलवे को कड़े कदम उठाने होंगे. साथ ही, भगदड़ का फायदा उठाकर लूटपाट करने वाले अपराधियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर सख्त सजा दी जानी चाहिए.

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