Himachal Pradesh News: इन दोनों जंगलों में बढ़ती आगजनी की घटनाओं से वन संपदा को बड़े पैमाने पर नुकसान पहुंच रहा है. वन विभाग ने भी इन घटनाओं को रोकने के लिए अपने प्रयास तेज कर दिए हैं.
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Himachal Pradesh News: हिमाचल की सबसे बड़ी संपदा जंगलों को आग से बचाना मुश्किल हो गया है. शिमला जिले के रामपुर क्षेत्र के जंगलों में आगजनी की घटनाओं ने विभाग और सरकार की मुश्किलें बढ़ा दी हैं. वन विभाग ने लोगों से अपील की है कि जिस तरह लोगों को भारतीय वन अधिनियम के प्रावधानों के तहत वन अधिकार मिले हैं, उसी तरह उनकी जिम्मेदारियां भी हैं, उन्हें भी निभाने का प्रयास करें. आगजनी की घटनाओं को रोकने में मदद के लिए गांव स्तर पर अग्निवीर भी पंजीकृत किए जा रहे हैं.
इन दोनों जंगलों में बढ़ती आगजनी की घटनाओं से वन संपदा को बड़े पैमाने पर नुकसान पहुंच रहा है. वन विभाग ने भी इन घटनाओं को रोकने के लिए अपने प्रयास तेज कर दिए हैं. लोगों को जागरूक करने के साथ-साथ वन विभाग अब जहां भी नए जंगल तैयार हो रहे हैं, वहां कंट्रोल फायर कर जंगलों को बचाने का प्रयास कर रहा है. वन मंडल अधिकारी रामपुर गुरहर्ष ने कहा कि हिमाचल प्रदेश की सबसे बड़ी संपदा यहां के जंगल हैं और हिमाचल सरकार इको टूरिज्म पर ज्यादा ध्यान दे रही है.
वन क्षेत्र में इको टूरिज्म होने जा रहा है और जंगलों को जंगल की आग से सबसे ज्यादा खतरा है. उन्होंने कहा कि हाल के दिनों में रामपुर वन मंडल के तहत कई जगहों पर आगजनी की घटनाएं हुई हैं. जिसमें नए प्लांटेशन वाले क्षेत्र भी जल गए हैं. उन्होंने कहा कि जंगलों में भीषण आग को रोकने में वन विभाग या सरकार अकेले मुश्किलों का सामना कर रही है. इसमें स्थानीय लोगों की भागीदारी जरूरी है.
तभी जंगलों को आग से बचाया जा सकता है. उन्होंने कहा कि जब भी जंगलों में आग लगे तो लोगों को वन विभाग का साथ देने के लिए आगे आना चाहिए ताकि स्थानीय समुदाय अमूल्य वन संपदा को बचाने में अपना योगदान दे सके.
उन्होंने बताया कि इस बार ग्राम सभाओं में उन्होंने वन अग्नि वीर की अवधारणा को लिया है. आम लोग वन विभाग में अग्नि वीर के रूप में अपना पंजीकरण करा सकते हैं. यानि उन्हें वन अग्नि योद्धा के नाम से जोड़ा जाएगा.
उन्होंने लोगों से अपील की कि वे जंगलों में आग न लगाएं, क्योंकि इससे जंगलों के साथ-साथ कई जानवर भी प्रभावित होते हैं. उन्होंने बताया कि आगजनी की ज्यादातर घटनाओं को लोग ही अंजाम देते हैं.
उन्होंने बताया कि अगर कोई भी व्यक्ति ऐसी आगजनी की घटनाओं की जानकारी देता है तो उसकी पहचान गुप्त रखी जाएगी और उसे पुरस्कृत भी किया जाएगा. उन्होंने बताया कि सरकार से बार-बार आग्रह करने के बाद भी कुछ क्षेत्र ऐसे हैं जहां सहयोग नहीं मिल रहा है.
उन्होंने बताया कि ऐसी स्थिति में भारतीय वन अधिनियम में प्रावधान है कि जब आप जंगलों के प्रति अपना अधिकार जताते हैं तो आपके कुछ कर्तव्य भी होते हैं. उसमें जंगलों में लगने वाली आग को रोकना भी आपका कर्तव्य है.
अगर आप अपनी जिम्मेदारी नहीं निभाते हैं तो भारतीय वन अधिनियम में यह भी प्रावधान है कि आपके अधिकारों को निलंबित भी किया जा सकता है. जैसे टीडी का अधिकार आदि. उन्होंने कहा कि वनों को आग से बचाने के लिए वन विभाग नियंत्रित आग की तकनीक भी अपना रहा है.