आगरा में स्थित संगमरमर के पत्थरों से बना ताजमहल पूरी दुनिया में मशहूर है. इसे देखने के लिए दुनियाभर के कोने-कोने से लोग आगर आते हैं. हालांकि, आज हम आपको काले ताजमहल के बारे में कुछ खास जानकारियां देने जा रहे हैं.
आगरा के ताजमहल की खूबसूरती ने पूरी दुनिया को मदहोश किया है. दुनियाभर के लोग इसे देखने के लिए यहां पहुंचते हैं. हालांकि, क्या आप जानते हैं कि संगमरमर के पत्थरों से बना ये ताजमहल, काले ताजमहल से प्रेरित है. यह बात सुनकर आपको थोड़ी हैरानी जरूर होगी. ऐसे में चलिए आज इस काले ताजमहल के बारे में ही कुछ खास बातें जानने की कोशिश करते हैं.
आगरा के ताजमहल के बारे में तो हम सभी बचपन से सुनते आ रहे हैं. इसके बारे में बहुत कुछ हम किताबों में भी पढ़ते आए हैं. कुछ लोग इसकी खूबसूरती पर फिदा होते हैं तो कुछ ऐसे भी हैं जो इसके इतिहास के बारे में हर बात जानने के लिए बेताब रहते हैं. जहां एक ओर संगमरमर के पत्थरों से बना ये ताजमहल इतना मशहूर है, वहीं काले ताजमहल के बारे में कम ही लोगों को जानकारी होगी.
जी हां, भारत में एक काला ताजमहल भी है, जिसके बारे में शायद ही किसी ने सुना होगा. इस ताजमहल को काले पत्थरों से बनाया गया है. यह मध्य प्रदेश के ऐतिहासिक शहर बुरहानपुर में स्थित है. कहते हैं कि आगरा का ताजमहल बनाने से पहले मुगल सम्राट शाहजहां ने इस काले ताजमहल को देखा था और इसके बाद ही उन्होंने सफेद ताजमहल बनाने का फैसला लिया.
मध्य प्रदेश के इस बुरहानपुर में कई ऐतिहासिक इमारतें मौजूद हैं. वहीं, इस काले ताजमहल के लिए कहा जाता है कि इसने कई दशकों तक मुगलों का शासन देखा है. काले ताजमहल को बनाने की कई तरह की कहानियां सुनने को मिलती हैं.
कहा जाता है कि काला ताजमहल शहनवाज खान के मकबरे में तौर पर बनाया गया था, अब्दुल रहीम खानखाना के बड़े बेटे थे. शहनवाज खान की मृत्यु 44 साल की उम्र में ही हो गई थी. हालांकि, इस काले ताजमहल का आकार आगरा के ताजमहल से काफी छोटा है.
बताया जाता है कि कुछ वक्त के बाद ही शहनवाज खान की पत्नी की भी मृत्यु हो गई. उन्हें भी पति के साथ ही दफना दिया गया. मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो काला ताजमहल का निर्माण 1622 से 1623 ई. के दौरान कराया गया था.