दिल्ल का राष्ट्रपति भवन अपनी भव्यता के लिए भी जाना जाता है. यहां देशभर के लोग अपने परिवारों और दोस्तों के साथ घूमने आते हैं.
राष्ट्रपति भवन में 340 कमरें बनाए गए हैं. बताते हैं कि इसे घूमने के लिए कम से कम 3 घंटों का वक्त लगता है. यह 200,000 वर्ग फीट में फैला हुआ है.
राष्ट्रपति भवन का निर्माण कार्य 1912 में शुरू हुआ था, जो 1931 में जाकर पूरा हुआ. 29,000 मजदूरों ने मिलकर इसे तैयार किया था.
बताया जाता है कि राष्ट्रपति भवन के निर्माण में करीब 70 करोड़ ईंटें लगाई गई हैं.
वहीं, राष्ट्रपति भवन की लागत की बात करें तो इसे तैयार करने में लगभग 1.44 करोड़ रुपये का खर्च आया था.
चार मंजिलों वाले इस राष्ट्रपति भवन में कॉरिडोर, आयरिंग रूम, स्टेयरकेस और पेंट्रीज जैसे कई कमरे बनाए गए हैं.
आधिकारिक वेबसाइट के मुताबिक, राष्ट्रपति भवन में थिएटर और प्रिंटिंग प्रेस भी हैं.
भवन में एक संग्रहालय भी बना है, जो भारत के राष्ट्रपतियों के इतिहास को दिखाता है.
राष्ट्रपति भवन का डिजाइन भारत के वायसराय और गर्वनर जनरल लॉर्ड इरविन ने किया था.