राहत इंदौरी देश के मशहूर शायर रहे हैं, उनकी कही गईं शायरी आज भी लोगों को याद हैं.
आइए, पढ़ते हैं राहत इंदौरी की सबसे फेमस और पॉपुलर गजल, जो अक्सर लोग कहते हैं.
बुलाती है मगर जाने का नहीं, ये दुनिया है इधर जाने का नहीं
मेरे बेटे किसी से इश्क़ कर, मगर हद से गुज़र जाने का नहीं
ज़मीं भी सर पे रखनी हो तो रखो, चले हो तो ठहर जाने का नहीं
सितारे नोच कर ले जाऊंगा, मैं खाली हाथ घर जाने का नहीं
वबा फैली हुई है हर तरफ, अभी माहौल मर जाने का नहीं
वो गर्दन नापता है नाप ले, मगर जालिम से डर जाने का नहीं
यहां दी गई गजल राहत इंदौरी द्वारा रचित है. Zee Bharat ने इसे इंटरनेट से लिया है.